गंगरेल बांध:1250 क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज


 

फसल को बचाने  मेन केनाल से 1000 क्यूसेक छोड़ा जा रहा है पानी 




भूपेंद्र साहू 
धमतरी,अल्पवर्षा के चलते धान की फसल को बचाने किसानों को बड़ी राहत मिली है। शनिवार की शाम 6:00 बजे की स्थिति में गंगरेल बांध पावर प्लांट के 2 गेट से 1250 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है जो रुद्री बराज से मेन केनाल में 1000 क्यूसेक हो गया है। सुबह एक रेडियल गेट खोलकर 507 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था।
धमतरी सहित आसपास के जिलों में बारिश कम होने की वजह से किसानो को सुखा का डर सता रहा है। पर्याप्त पानी नहीं मिलने के कारण किसान धान फसल को लेकर काफी चिंतित दिखाई दे रहे हैं।बारिश की उम्मीद कम नजर आने के कारण किसान अब बांधों के ऊपर आस लगाए बैठे हैं।धमतरी के व अन्य जिलों में किसानों द्वारा फसल को बचाने बांध से पानी छोड़ने की मांग की गई। जल संसाधन मंत्री रविंद्र चौबे ने आरंग में कर्ज माफी तिहार के दौरान जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता को निर्देशित किया था कि बांधों में आरक्षित पानी को छोड़कर सिंचाई के लिए पानी छोड़ा जाए, 
 
 
सुबह की स्थिति में
शासन के निर्देशानुसार शनिवार को सुबह 9:30 में गंगरेल बांध के आठ नंबर रेडियल गेट को खोल दिया गया है. जहां से 507 क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज रुद्री बराज के लिए किया गया।जल संसाधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार की शाम 6 बजे की स्थिति में गंगरेल बांध में जलस्तर 343. 51मीटर रिकॉर्ड किया गया। इस समय बांध में 12.48 टीएमसी उपयोगी पानी सहित जल भराव 17.48 टीएमसी है। गंगरेल बांध में पानी की आवक  3037 क्यूसेक प्रति सेकंड है ।जिससे  बांध 45. 84 फीसदी भर  पाया है 

सिंचाई विभाग रुद्री के एसडीओ डीएस कुंजाम ने बताया कि शाम 6 बजे की स्थिति में गंगरेल बांध से 1250 क्यूसेक पानी की आवक रुद्री बराज में है और यहां से मेन केनाल में 1000 क्यूसेक पानी सिंचाई के लिए छोड़ा जा रहा है।

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