सुराजी गांव योजना को मूर्तरूप देने कलेक्टर ने किया गांवों का दौरा, लगाई चैपाल
इसके पहले ग्राम छिंदभर्री, चनागांव में ग्रामीणों के बीच चैपाल लगाकर उनकी प्राथमिक जरूरतों व समस्याओं पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने घुरवा को सुव्यवस्थित ढंग से तैयार करने ग्रामीणों के घर जाकर उनके व्यक्तिगत बाॅयोगैस संयंत्र का निरीक्षण किया, जिसके बाद उन्होंने अलग-अलग निजी संयंत्रों के स्थान पर सामूहिक संयंत्र स्थापित करने के संबंध में क्रेडा विभाग के अधिकारी को आवश्यक कार्रवाई करने निर्देशित किया। इससे गोबर खाद का पर्याप्त मात्रा में सामूहिक निर्माण किया जा सकेगा। ग्राम के सरपंच ने बताया कि गांव में 1500 से अधिक पशुधन हैं। इस पर कलेक्टर ने वहां पर अतिक्रमण किए गए शासकीय भूभाग का चिन्हांकन कर उसे अतिक्रमणमुक्त करने एसडीएम नगरी को निर्देश दिए। इस दौरान कलेक्टर ने छिंदभर्री के आंगनबाड़ी केन्द्र का निरीक्षण किया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने बताया कि आंगनबाड़ी का खुद का भवन नहीं है, जिस पर कलेक्टर ने निषाद समाज के सामुदायिक भवन में शिफ्ट कराने के निर्देश एसडीएम को दिए। यहां दर्ज 17 में से सभी बच्चे उपस्थित पाए गए। इस केन्द्र में दो गम्भीर कुपोषित बच्चों को बारिश के मौसम के बाद एनआरसी (लइका जतन ठउर) में दाखिल कराने पर जोर दिया। इसके अलावा उन्होंने चनागांव में निर्मित हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर का दौरा कर वहां आवश्यकतानुसार दवाओं के भण्डारण और उपलब्धता की जानकारी ली। साथ मौसमी बीमारियों से ग्रामीणों को जागरूक करने सतत् सम्पर्क में रहने के निर्देश स्वास्थ्य सहायक को दिए। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों के बीच चैपाल लगाकर उनकी विभिन्न मांगों और समस्याओं पर चर्चा भी की।उनके साथ एनआईसी प्रभारी उपेंद्र चंदेल भी मौजूद थे
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