अविभाजित मध्यप्रदेश की विधानसभा के लिए भूपेश बघेल पहली बार 1993 में विधायक निर्वाचित हुए
रायपुर। छत्तीसगढ़ के तीसरे नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का जन्म 23 अगस्त 1961 को राजधानी रायपुर में हुआ। उनके पिता श्री नंदकुमार बघेल दुर्ग जिले के पाटन क्षेत्र के प्रगतिशील कृषक हैं।
श्री भूपेश बघेल तत्कालीन अविभाजित मध्यप्रदेश की विधानसभा के लिए पहली बार वर्ष 1993 में विधायक निर्वाचित हुए। इसके बाद उन्होंने वर्ष 1998, वर्ष 2003 और वर्ष 2013 में भी विधायक के रूप में क्रमशः मध्यप्रदेश और राज्य बनने के बाद छत्तीसगढ़ की विधानसभा में पाटन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। श्री बघेल पांचवी बार इस वर्ष 2018 में छत्तीसगढ़ विधानसभा के आम चुनाव में पाटन क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुए। साहित्य पठन, योग और खेल-कूद की गतिविधियों में उनकी विशेष अभिरूचि है। उन्होंने 19 जुलाई 2000 को रायपुर और 30 अगस्त 2000 को बिलासपुर में विशाल स्वाभिमान रैलियों का सफलतापूर्वक आयोजन किया। रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग और सेलूद में छत्तीसगढ़ मनवाकुर्मी समाज द्वारा आयोजित वृहद सामूहिक विवाह समारोहों के सफल आयोजन में भी उन्होेंने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
श्री भूपेश बघेल तत्कालीन अविभाजित मध्यप्रदेश सरकार में वर्ष 1998 में मुख्यमंत्री से सम्बद्ध राज्य मंत्री और जनशिकायत निवारण विभाग के स्वतंत्र प्रभार के राज्य मंत्री के रूप में, वर्ष 1999 में परिवहन विभाग के मंत्री के रूप में और वर्ष 2000 में छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के बाद छत्तीसगढ़ शासन के राजस्व, पुनर्वास, राहत कार्य और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभागों के मंत्री के रूप में जनता को अपनी उल्लेखनीय सेवाएं दी। श्री भूपेश बघेल वर्ष 2013 में छत्तीसगढ़ विधानसभा की कार्यमंत्रणा समिति और वर्ष 2014-15 में लोकलेखा समिति के सदस्य रह चुके हैं।
श्री भूपेश बघेल तत्कालीन अविभाजित मध्यप्रदेश की विधानसभा के लिए पहली बार वर्ष 1993 में विधायक निर्वाचित हुए। इसके बाद उन्होंने वर्ष 1998, वर्ष 2003 और वर्ष 2013 में भी विधायक के रूप में क्रमशः मध्यप्रदेश और राज्य बनने के बाद छत्तीसगढ़ की विधानसभा में पाटन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। श्री बघेल पांचवी बार इस वर्ष 2018 में छत्तीसगढ़ विधानसभा के आम चुनाव में पाटन क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुए। साहित्य पठन, योग और खेल-कूद की गतिविधियों में उनकी विशेष अभिरूचि है। उन्होंने 19 जुलाई 2000 को रायपुर और 30 अगस्त 2000 को बिलासपुर में विशाल स्वाभिमान रैलियों का सफलतापूर्वक आयोजन किया। रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग और सेलूद में छत्तीसगढ़ मनवाकुर्मी समाज द्वारा आयोजित वृहद सामूहिक विवाह समारोहों के सफल आयोजन में भी उन्होेंने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
श्री भूपेश बघेल तत्कालीन अविभाजित मध्यप्रदेश सरकार में वर्ष 1998 में मुख्यमंत्री से सम्बद्ध राज्य मंत्री और जनशिकायत निवारण विभाग के स्वतंत्र प्रभार के राज्य मंत्री के रूप में, वर्ष 1999 में परिवहन विभाग के मंत्री के रूप में और वर्ष 2000 में छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के बाद छत्तीसगढ़ शासन के राजस्व, पुनर्वास, राहत कार्य और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभागों के मंत्री के रूप में जनता को अपनी उल्लेखनीय सेवाएं दी। श्री भूपेश बघेल वर्ष 2013 में छत्तीसगढ़ विधानसभा की कार्यमंत्रणा समिति और वर्ष 2014-15 में लोकलेखा समिति के सदस्य रह चुके हैं।
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