प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने इन योजनाओं के जरिए हितग्राहियों को लाभान्वित करने पर दिया जोर
धमतरी, जिले के 122 गांव के चयनित 155 आंगनबाड़ियों में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत् कुपोषण मुक्ति की पहल की जाएगी। इस अभियान के जरिए आंगनबाड़ी आने वाले तीन से छः साल तक की आयु के 4044 बच्चे, 1182 गर्भवती माताओं को अतिरिक्त आहार के रूप में पौष्टिकता से भरपूर अण्डा अथवा सोयाबीन की बड़ी दी जाएगी। इस अभियान में जिले की अनूठी पहल के तौर पर 1042 शिशुवती माताएं, जिनके छः माह तक की आयु के बच्चे हैं, उन्हें भी एक वक्त का गर्म पका हुआ भोजन दिया जाएगा। साथ में अण्डा अथवा सोयाबीन की बड़ी आहार के रूप में परोसी जाएगी। कलेक्टोरेट सभाकक्ष में दोपहर 12 बजे से आयोजित जिला स्तरीय समीक्षा बैठक में प्रदेश के वाणिज्यिक कर (आबकारी), वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने आगामी दो अक्टूबर से शुरू होने वाली इस महत्वाकांक्षी योजना का जिले में सही तरीके से संचालन करने के निर्देश दिए। कलेक्टर रजत बंसल ने बैठक में बताया कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए जनभागीदारी का प्रयास किया गया है। इसके मद्देनजर जिले के राईस मिलर्स, विभिन्न व्यापारिक संगठन इत्यादि ने सहयोग राशि प्रदान की है। इसके साथ ही जिला स्तरीय अधिकारियों ने भी अपने एक दिन का वेतन इस अभियान के लिए सहर्ष देने का फैसला लिया है। प्रभारी मंत्री ने इन सभी प्रयासों को बैठक में काफी सराहा।
उन्होंने आगामी दो अक्टूबर से सर्वभौम सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत ए.पी.एल. परिवारों को प्रदान किया जाने वाले राशन कार्डों की जानकारी ली। खाद्य अधिकारी द्वारा बताया गया कि इसके लिए 23,564 आवेदन जिले में मिले, जिनमें से अब तक 11,751 राशनकार्ड बनकर तैयार हैं। यह भी बताया कि इस योजना के तहत एकल व्यक्ति परिवार को 10 किलो, दो लोगों के लिए 20 किलो तथा परिवार में तीन या तीन से अधिक लोग होने पर 35 किलो चावल दिया जाएगा। इसके साथ ही आगामी दो अक्टूबर से जिले में मुख्यमंत्री शहरी स्लम क्लिनिक योजना की शुरूआत होने जा रही है। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा बताया गया कि जिले में बस्तर तथा दन्तेवाड़ा की तर्ज पर मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक योजना जून माह से संचालित है। सितंबर माह में 23 हाट-बाजारों में 2352 मरीजों का उपचार किया गया है। प्रभारी मंत्री ने महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती पर आगामी दो अक्टूबर से शुरू होने वाले इन योजनाओं के जरिए हितग्राहियों को सही तरीके से लाभान्वित करने पर जोर दिया।
बैठक में प्रभारी मंत्री ने जिले के एकल शिक्षकीय स्कूलों की जानकारी लेते हुए वहां पढ़ाने के लिए डी.एम.एफ.से अतिथि शिक्षकों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा बताया गया कि वनांचल के ऐसे 60 प्राथमिक शाला तथा 20 माध्यमिक शालाओं में अतिथि शिक्षक की व्यवस्था निर्देशानुसार जल्द से जल्द की जाएगी। प्रभारी मंत्री ने साथ ही शासन की महत्वाकांक्षी सुराजी ग्राम योजना के तहत बनाए जा रहे गौठानों का सेक्टर अधिकारियों को सतत् निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने साफ तौर पर सेक्टर अधिकारियों को कहा है कि वे गौठान प्रबंधन समिति की समय-समय पर बैठक लेते रहें, जिससे कि गौठानों में व्यवस्था को सुदृढ़ करने में सबकी सहभागिता लेने में सहूलियत हो। गौठान संचालन में किसी तरह की लापरवाही बरती जाने पर सेक्टर अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी प्रभारी मंत्री ने बैठक में दी। इस अवसर पर उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना, बिहान योजना सहित अन्य विषयों पर भी अधिकारियों से जानकारी ली। बैठक के अंत में प्रभारी मंत्री ने सभी अधिकारियों को शासन की महत्ती योजनाओं का सही तरीके से क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए, जिससे कि हितग्राहियों को योजना का सीधा-सीधा लाभ पहुंचे। बैठक में सिहावा विधायक डाॅ.लक्ष्मी ध्रुव, विधायक धमतरी रंजना साहू, जिला पंचायत अध्यक्ष रघुनंदन साहू, कुरूद विधायक प्रतिनिधि प्रवीण चन्द्राकर, पुलिस अधीक्षक बालाजी राव सोमावार, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत विजय दयाराम के., वनमण्डलाधिकारी अमिताभ बाजपेयी सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
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