एंबुलेंस से रायपुर ले जाते वक्त मौत
परिजन |
भूपेंद्र साहू
धमतरी।देश
की आज़ादी को 72 साल बीत चुके हैं इसके बावजूद आज भी छत्तीसगढ़ के कई ऐसे
दुर्गम इलाके हैं जहां विकास पहुंचे नहीं पाया है ।आज भी लोग स्वास्थ्य
सुविधाओं के लिए मरीज घायल को खाट में डालकर कई किलोमीटर पैदल चलने को
मजबूर हैं ।ऐसा ही वाकया दुर्गुकोंडल क्षेत्र के तुमरीसुर गांव में घटी
जहां एक युवती को घायल अवस्था में 4 किलोमीटर खाट में ले जाने के बाद
एंबुलेंस मिला जिसकी रायपुर ले जाते वक्त मौत हो गई ।यदि उसे त्वरित उपचार
मिलता तो शायद युवती की जान बच सकती थी ।
घटना कुछ इस
प्रकार से है ग्राम तुमरीसुर थाना लोहतर जिला कांकेर निवासी डीसी राम की
बेटी पुष्पा घर में अकेली थी तभी मंगलवार की सुबह तकरीबन 11:30 बजे उनके
रिश्तेदार संतु राम ने टंगिया से पुष्पा के सिर पर प्राणघातक हमला कर दिया।
जिसे उसके कान के आसपास का हिस्सा फट गया।डिसीराम और उसके भाई सुकलाल ने
बताया कि उनका गांव दुर्गम क्षेत्र में है और वहां अस्पताल जैसी कोई सुविधा
नहीं है। इसलिए घायल को खाट में लेकर 4 किलोमीटर पैदल पगडंडी रास्ते से
चलकर मेरेगांव पहुंचे ।वहां से पिकअप किराया कर सुरदो पहुंचे ।जहां से 108
एंबुलेंस के माध्यम से दुर्गुकोंदल स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। प्राथमिक
उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल कांकेरभेज दिया गया ।तब तक शाम के 4 बज चुके
थे ।कुछ देर तक अस्पताल में इलाज के बाद स्थिति गंभीर होने पर उसे रायपुर
रिफर कर दिया गया।धमतरी के आगे पहुंचने पर रात को पुष्पा की एंबुलेंस में
मौत हो गई ।वहां से उसे रात 1 बजे वापस धमतरी जिला अस्पताल लाया गया जहां
ड्यूटी डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
परिजनों ने बताया कि उनका क्षेत्र
बेहद पिछड़ा है जहां वाहन जाने का रास्ता ही नहीं है। इसलिए कभी भी किसी
बीमार व्यक्ति को स्वास्थ्य केंद्र तक लाने ले जाने के लिए खाट का ही सहारा
लेना पड़ता है ।उन्होंने बताया कि संतु राम की मानसिक स्थिति अच्छी नहीं
थी इस वजह से पिछले डेढ़ साल से अपने ही घर में लाकर इलाज करवा रहे थे
।पुष्पा उनकी इकलौती संतान थी। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया
गया
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