सामान्य वर्ग के लिये आरक्षित होने से कांग्रेस- भाजपा के उम्मीदवारों की सूची लंबी
पवन निषाद विशेष संवाददाता
मगरलोड । बुधवार को जैसे ही नगर पंचायत भैसमुण्डी मगरलोड अध्यक्ष पद का आरक्षण तय हुआ तो नगर पंचायत अध्यक्ष के दावेदारों के नाम को लेकर चर्चा का माहौल शुरू हो गया . आरक्षण तय होने के पूर्व नगर पंचायत चुनाव को लेकर जो हालात बने हुये थे उनमें पिछड़ा वर्ग और अजा वर्ग के खाते में सीट गिरने पर कांग्रेस और भाजपा के कई नेता चुनाव लड़ने से वंचित हो जाते । मगर सामान्य वर्ग के लिये आरक्षित होने पर दोनों ही दलों के उम्मीदवारो की सूची लंबी हो गई है . आरक्षण सामान्य होने के बाद दोनों राष्ट्रीय पार्टी के कई दावेदारों ने अपनी दावेदारी के हामी भरी है ।
मगरलोड नगर पंचायत में इस बार कई युवा चेहरे का दावेदारी की भी चर्चा है। विकास के मामले में नगर पंचायत काफी पिछड़ा हुआ है। बात करे अगर पूर्ववर्ती सरकार की तो वो भी नगर पंचायत मगरलोड को विकास कार्यो से अछूता रखा है इसलिए इस बार जनता नई सरकार पर विकास कार्यो की उम्मीद कर रही है, इसका बड़ा फायदा कांग्रेस के प्रत्याशी को मिल सकता है।मगरलोड को नगर पंचायत बने 11 साल हो गए परंतु आज तक पेय जल,नालियों की साफ सफाई जैसे मूल भूत कार्यो को समुचित व्यवस्था नही हो पाई है ये भी चुनाव के मुद्दे हो सकते है।फिलहाल जो इंडियन नेशनल कांग्रेस पार्टी से युवा चेहरा भूपेश सिन्हा, लीलाराम साहू , पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष सुरेश साहू , वर्तमान अध्यक्ष कृपा राम साहू और भाजपा से पार्षद भवानी यादव , पार्षद दिलीप सिन्हा, नगर पंचायत उपाध्यक्ष प्रतिनिधि डीहू राम साहू , भाजपा नेता नरेश अग्रवाल दावेदार के नाम सामने आ रहे हैं । अब देखना यह होगा कि दोनों ही पार्टी किसके ऊपर अपना विश्वास करती है। वैसे कांग्रेस की ओर से प्रबल दावेदार युवा चेहरा भूपेश सिन्हा को माना जा रहा है। मगरलोड के मतदाताओ का कहना है कि युवा के अतिरिक्त सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व देकर देख लिए कुछ खास नही कर पाए,अब युवाओ को मौका देना है इस तरह की चर्चा सभी मोहल्लों में है। युवाओ के चेहरे पर एक नई उम्मीद की किरणें दिखाई दे रही है।
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