लाखों रुपए का डुप्लिकेट राजश्री और विमल गुटखा बरामद
उड़ीसा और मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में होती थी सप्लाई*
भुपेंद्रसाहू
धमतरी।धमतरी
में नकली गुटखा तैयार करने वाले फैक्ट्री का पर्दाफाश हुआ है। शनिवार को
बड़ी कार्यवाही करते हुए पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिफ्तार कर
लिया है। साथी लाखों का कच्चा पक्का माल सहित मशीन भी जब कर लिया गया है
इस माल बरामदगी और अवैध गुटका निर्माण की खबर से शहर में हड़कंप मच गया
है ।अन्य अवैध गुटखा कारोबारी इस खबर की टोह लेते हुए नजर आए। दरअसल
राजश्री कंपनी रायपुर को धमतरी में डुप्लीकेट राजश्री गुटका बनाकर प्रदेश
भर में सप्लाई किए जाने की सूचना मिली थी। गुटखे की बिक्री मे कुछ समय से
गिरावट आ रही थी सूचना के आधार पर कंपनी के चीफ विजिलेंस अधिकारी व्ही पी
श्रीवास्तव ने धमतरी पुलिस के समक्ष शिकायत दर्ज करवाया । शिकायत के बाद
शनिवार की शाम कंपनी के अधिकारी खरीददार बंन कर धमतरी बस स्टैंड पहुंचे.
यहां शाम करीब 5:00 बजे उन्होंने गुटखा बनाने वाले सिहावा चौक निवासी
व्यापारी से फोन पर बातचीत की. दोनों के बीच राजश्री गुटखा लेने के लिये
सौदेबाजी हुई. व्यापारी जब गुटका लेकर पहुंचा तो एएसपी मनीषा ठाकुर के
नेतृत्व में पहले से घेराबंदी करके बैठी पुलिस ने उसे दबोच लिया। पुलिस ने
सागर मंधान के पास से विमल गुटखा का 480 पैकेट राजश्री गुटखा का छोटा 440
पैकेट राजश्री का बड़ा 200 पैकेट जब किया है ।
आरोपी की निशानदेही पर शहर के टिकरापारा स्थित एक चार मंजिला मकान में छापेमारी की गई. जिसे गुटखा फैक्ट्री के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था. फैक्ट्री से गुटखा बनाने की मशीन के अलावा तैयार किए गए नकली राजश्री और विमल गुटखा पाउच बरामद किए गए ।यहाँ जप्त किए गए माल की कीमत लाखो में बताई जा रही है. इस मामले में पुलिस ने सागर पिता मोहन मंधान हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी निवासी के खिलाफ धारा 420, 272 कॉपीराइट एक्ट 1957 की धारा 63,65,68 के तहत कार्रवाई की है ।इसी तरह ग्राम शकरवारा में दूसरे ठिकाने पर भी पुलिस ने दबिश दी. जहां से तीन मशीनें और भारी मात्रा में नकली गुटखा बरामद किया गया, इस पूरे माल की कीमत लगभग 30लाख रुपये आंकी जा रही है। इसमें सिहावा चौक निवासी प्रहलाद मूलवानी और रोहिणा नागौर राजस्थान निवासी महेश राठी पिता पूर्णाराम राठी को गिरफ्तार किया गया है ।बताया जा रहा है कि नकली गुटका का कारोबार कई वर्षों से धमतरी में चल रहा है. यहां से गुटखा पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश के अलावा उड़ीसा और मध्य प्रदेश सहित कई अन्य राज्यों में सप्लाई की जाती है. लेकिन कोई ठोस कार्रवाई अब तक पुलिस नहीं कर पाई थी.बहरहाल इस कार्रवाई ने पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा दिया है. कहा जा रहा है कि कई और ठिकानों का पर्दाफाश पुलिस कर सकती है। इस पूरी कार्यवाही में एएसपी मनीषा ठाकुर , डीएसपी अरुण जोशी, कोतवाली थाना प्रभारी गगन बाजपेयी, अर्जुनी थाना प्रभारी केएएस नेताम, उपनिरीक्षक मुकेश पटेल, विनय निराला, अर्जुनी एएसआई आरके साहू सहित उनका स्टाफ शामिल रहा
आरोपी की निशानदेही पर शहर के टिकरापारा स्थित एक चार मंजिला मकान में छापेमारी की गई. जिसे गुटखा फैक्ट्री के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था. फैक्ट्री से गुटखा बनाने की मशीन के अलावा तैयार किए गए नकली राजश्री और विमल गुटखा पाउच बरामद किए गए ।यहाँ जप्त किए गए माल की कीमत लाखो में बताई जा रही है. इस मामले में पुलिस ने सागर पिता मोहन मंधान हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी निवासी के खिलाफ धारा 420, 272 कॉपीराइट एक्ट 1957 की धारा 63,65,68 के तहत कार्रवाई की है ।इसी तरह ग्राम शकरवारा में दूसरे ठिकाने पर भी पुलिस ने दबिश दी. जहां से तीन मशीनें और भारी मात्रा में नकली गुटखा बरामद किया गया, इस पूरे माल की कीमत लगभग 30लाख रुपये आंकी जा रही है। इसमें सिहावा चौक निवासी प्रहलाद मूलवानी और रोहिणा नागौर राजस्थान निवासी महेश राठी पिता पूर्णाराम राठी को गिरफ्तार किया गया है ।बताया जा रहा है कि नकली गुटका का कारोबार कई वर्षों से धमतरी में चल रहा है. यहां से गुटखा पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश के अलावा उड़ीसा और मध्य प्रदेश सहित कई अन्य राज्यों में सप्लाई की जाती है. लेकिन कोई ठोस कार्रवाई अब तक पुलिस नहीं कर पाई थी.बहरहाल इस कार्रवाई ने पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा दिया है. कहा जा रहा है कि कई और ठिकानों का पर्दाफाश पुलिस कर सकती है। इस पूरी कार्यवाही में एएसपी मनीषा ठाकुर , डीएसपी अरुण जोशी, कोतवाली थाना प्रभारी गगन बाजपेयी, अर्जुनी थाना प्रभारी केएएस नेताम, उपनिरीक्षक मुकेश पटेल, विनय निराला, अर्जुनी एएसआई आरके साहू सहित उनका स्टाफ शामिल रहा
1 मिनट में 450 गुटखा पाउच तैयार करता है मशीन
राजश्री
कंपनी के चीफ विजिलेंस अधिकारी वी पी श्रीवास्तव ने बताया कि एक मशीन से 1
मिनट में कुल 450 पाउच तैयार होता है. इस तरह कुल 3 मशीनों से हर 1
मिनट में लगभग 1350 पाउच व्यापारी तैयार करता था. नकली गुटका में सुपारी
की जगह चिकनी सुपारी और चावल की कनकी और कत्थे की जगह केमिकल और बोरिक
पाउडर का इस्तेमाल किया जा रहा था. इस नकली गुटका को लगातार चार से पांच
माह तक खाने पर कोई भी व्यक्ति कैंसर का शिकार हो सकता है. इस तरह नकली
गुटके का कारोबार कर लोगों को सीधे-सीधे मौत के मुंह में ढकेला जा रहा था।
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