भामेश्वरी राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार लेने दिल्ली रवाना,तालाब में डूबने से 2 बच्चों की बचाई थी जान


भूपेंद्र साहू 
धमतरी ।जिले के कानीड़बरी गांव की साहसी  बालिका भामेश्वरी निर्मलकर राष्ट्रीय पुरस्कार लेने अपने पिता जगदीश निर्मलकर के साथ दिल्ली रवाना हो गई है।
भामेश्वरी की बहादुरी और सूझबूझ से गांव के 2 बच्चों की तालाब में डूबने से बचाने के लिए भारतीय बाल कल्याण परिषद नई दिल्ली द्वारा राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार प्रदान किया जायेगा। पुरस्कार ग्रहण करने भामेश्वरी अपने पिता के साथ शनिवार की सुबह गोंडवाना एक्सप्रेस में रायपुर से रवाना हुई ।रेलवे स्टेशन पर छत्तीसगढ़ राज्य बाल कल्याण परिषद के कार्यकारिणी सदस्य एवं वीरता पुरस्कार के प्रभारी राजेन्द्र निगम एवं परिषद के संयुक्त सचिव प्रकाश अग्रवाल में पुष्प माला पहना कर स्वागत किया। भामेश्वरी ने बताया कि उसे बेहद खुश है और गर्व भी है कि उसने दो छोटे बच्चों की तालाब में डूबने से जान बचाई ।हमेशा दूसरों की मदद करनी चाहिए ।उन्होंने कहा कि बड़े होकर वह डॉक्टर बनकर लोगों की सेवा करना चाहेगी ।उनके पिता जगदीश ने बताया कि लोगों का अपार स्नेह और सहयोग मिल रहा है बेटी के पुरस्कार लेने पर वह बहुत खुश हैं ।ज्ञात हो कि नई दिल्ली में भामेश्वरी को अन्य बच्चों के साथ राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से नवाजा जाएगा ।इसके अलावा उन्हें  राष्ट्रपति,प्रधानमंत्री से मिलने का मौका मिलेगा ।ऐतिहासिक भवनों स्थलों का भ्रमण भी कराया जाएगा ।उसके साथ छत्तीसगढ़ के सरगुजा की कांति भी शामिल है।

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