VDO:लिमिट बढ़ाने की मांग पर धान बिक्री करने आए किसानों को बेचने से रोका



 सिवनीकला,कुहकुहा में नहीं हुई सोमवार को धान खरीदी 


धमतरी।धान खरीदी की लिमिट बढ़ाने की मांग को लेकर सोमवार को विभिन्न जगहों में प्रदर्शन किए गए ।लेकिन कुछ जगह ऐसे भी रहे जहां पर टोकन कटने के बाद धान बेचने पहुंचे किसानों को अन्य किसानों ने रोका ।कुरूद ब्लाक के अंतर्गत ग्राम सिवनीकला व कुहकुहा में इस तरह की स्थिति निर्मित हुई ।
सिवनीकला से एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें कुछ किसान अन्य किसानों को धान बेचने से रोक रहे हैं ।इस पर दोनो पक्षों में आक्रोश पनपने लगाहै।जिन किसानों का  टोकन कट चुका है वे धान बेचना चाहते हैं लेकिन अन्य किसान उन्हें रोक रहे हैं उनकी मांग है कि लिमिट बढ़ाई जाए। वहां पर मौजूद अधिकारी उन्हें समझाने की कोशिश भी कर रहे हैं कि यह जिला स्तर का मामला है बातों को पहुंचा दिया जाएगा लेकिन किसान मानने को तैयार नहीं है। इस संबंध में एसडीएम कुरूद योगिता देवांगन ने बताया कि सिवनी कला में टोकन कटे हुए किसान अपनी धान बेचने पहुंचे थे लेकिन कुछ अन्य किसानों द्वारा उन्हें जबरन रोका जा रहा है ।वहां धान खरीदी नहीं हुई ।ऐसे ही कुछ स्थिति कुहकुहा में भी निर्मित हुई है,तहसीलदार एवं अधिकारियों से वस्तुस्थिति की जानकारी ले रही हैं ।ज्ञात हो कि इस मामले में संज्ञान लेते हुए कलेक्टर रजत बंसल ने अपर कलेक्टर दिलीप अग्रवाल को निर्देशित किया है कि यदि किसान धान बेचना चाहते हैं और कोई उन्हें जबरन रोक रहा है तो पुलिस को साथ मे लेकर उनकी मदद की जाए ताकि किसान सुगमता से अपना धान बेच सकें।
जिले में गत वर्ष की तुलना में अब तक 50 प्रतिशत से अधिक धान खरीदी कर ली गई

जिले में एक दिसंबर से अब तक समर्थन मूल्य पर 50 प्रतिशत से अधिक याने 21 लाख 65 हजार 864 क्विंटल धान समितियों के जरिए खरीदा गया है। गौरतलब है कि वर्ष 2018-19 में 43 दिनों में खरीदे गए धान का आंकड़ा 20 लाख 34 हजार 144 क्विंटल था। जिले में प्राथमिकता के आधार पर सभी पंजीकृत लघु और सीमांत किसानों से धान खरीदी की जा रही है। अब तक 60 हजार लघु और सीमांत किसानों से धान समर्थन मूल्य पर खरीदा गया है। साथ ही अब तक उपार्जित धान के विरूद्ध 307.96 करोड़ रूपए का भुगतान किया जा चुका है। इसी तरह 5 एकड़ से अधिक रकबा वाले 9000 किसानों से समितियों में समर्थन मूल्य पर धान खरीदा गया है। इसके साथ ही जिले में अवैध रूप से धान ना बिके इसके लिए कोचियों पर निगाह रखने के अलावा कड़ी कार्रवाई भी की जा रही है।  
खाद्य अधिकारी श्री बी.के.कोर्राम ने बताया कि अब तक कुल 89 हजार 440 क्विंटल अवैध धान के 237 प्रकरण बनाये गए हैं। कुछ लोगों द्वारा अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए समितियों में धान बेचने पर अवरोध उत्पन्न किया जा रहा है, इसके मद्देनजर जिला प्रशासन की ओर से प्रभारी कलेक्टर नम्रता गांधी ने जिले के किसानों से अपील की है कि वे किसी के बहकावे में ना आएं। जिला प्रशासन सभी वास्तविक किसानों का धान समितियों में खरीदेगा। अतः किसानों से कहा गया है कि जिस दिन के लिए टोकन कटा हो, किसान उस दिन अनिवार्यतः समिति में धान बेचने आएं, ताकि उन्हें या अन्य किसानों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो।

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