मुख्यमार्ग पर बाजार लगने से दुर्घटना की की आशंका, थोड़ी सी चूक से जा सकती है जान


विनोद गुप्ता विशेष संवाददाता 
नगरी-नगर में दो दिन बुधवार एवं शनिवार को मुख्य बाजार हाट लगता है, इस दोनों बाजारों के अपने-अपने नियत स्थान है। शनिवार बाजार नपं नगरी के वार्ड 15 में व बुधवार 12 व 13 में बैठता है।
जानकारी के अनुसार बाजार लगने की स्तिथि के, दो पहलू है पहला यह कि नगर पंचायत द्वारा पूर्व कार्यकाल में कोशिश की गई, पर बाजार की व्यवस्था और व्यवस्थापन में सफल नही हो सकी है। वही दूसरा पहलू यह है कि नियत स्थान से अलग हट कर बाजार लगाने पर दुकानदारों का व्यवसाय नही चलता मजबूरी में यही बैठे रहने की दुहाई देते है।
मामला अब ज्यादा गंभीर इसलिए होने लगा है क्यो की कुछ वर्ष पहले नगरी, बोराई उड़ीसा मार्ग के बन जाने से नगर के यातायात में कई गुना दबाव बढ़ा है जो कभी इस क्षेत्र में देखने को नही मिलती थी वैसी बड़ी-बड़ी गाड़ियां इस मुख्यमार्ग से ही होकर गुजरती है और इसी मार्ग के बीचों बीच बुधवारी बाजार लगता है यही कारण है कि जब दो बड़ी ट्रक आपस मे बाजार के पास क्रास होती है तो जान हलक पर आ जाती है। लोग स्तब्ध होकर गाड़ी गुजरने की राह ताकते रहते है।
ऐसी स्तिथि में थोड़ी सी चूक या लापरवाही से इस स्थान पर दुर्घटना की संभावना को नकारा नही जा सकता। नगरवासी भैरव देवांगन, अरविंद श्रीमाली, राहुल शर्मा, गंगाशरण ध्रुव, सत्तू सेन, उत्तम साहू, नवल किशोर, आरती गुप्ता ने न्याय उचित व्यवस्था कर इस समस्या का निदान करने की अपील शासन प्रशासन से की है।
नगर में दुर्घटना बढ़ने का बड़ा कारण हो सकता है-
नगरी बोराई ओड़िसा मार्ग बनने के आसपास ही दुर्घटना को रोकने व शहरों जैसे व्यवस्था सुधार हेतु सरकार द्वारा अच्छी पहल की गई थी। भारी भरकम गाड़ियों के लिए नगरी से हरदीभाठा होते बिरमपुर मोड़ तक बाईपास रोड बनाया गया था लेकिन ठेकेदार व अधिकारियों के लापरवाही के चलते यह रोड़ भ्रस्टाचारी की बलि चढ़ गया अब हो यह रहा है कि इसी रोड पर नगरी थाना बनाया गया है और रोड़ की स्तिथि इतनी खस्ता हो गई है कि कोई भी गाड़ी अगर इधर से गुजर जाए तो धूल का बावंडर उठ जाता है जिसके कारण आगे से आने वाले वाहन दिखते नही और दुर्घटना की सम्भवना बढ़ जाती है साथ ही थाना भी पूरी तरह से धूल से भर जाता है जिसके कारण विभागीय कार्यो में रुकावटे आती है। इन जटिल समस्याओ के कारण पुलिस विभाग द्वारा इस रोड पर बेरिकेट्स लगा दिया गया है जिसकी वजह से ही अब बड़ी गाड़िया नगर से होकर गुजरने लगी है, और यह दुर्घटना का बड़ा कारण बन सकता है।
 नगरवासियों ने की है मांग-
1.नगरवासियों का कहना है कि नगरी क्षेत्र घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में आता है साथ ही आदिवासी बाहुल्य भी है। लेकिन समूचे क्षेत्र में कई जगहों के सड़कों के निर्माण को लेकर ठेकेदार एवं अधिकारियो द्वारा लापरवाही बरती जाती है कुछ ही दिनों पहले बने नगरी, बोराई, उड़ीसा मार्ग व हरदीभाठा बाईपास सड़क की हालत बद से बदतर हो गई है। जिसके कारण यातायात नगर की गंभीर समस्या बन गई है जो आदमी की जान पर बन आयी है। ऐसे में बाईपास रोड़ को जल्द से जल्द तैयार किया जावे।
2.नगर पंचायत इस व्यवस्था में फिसड्डी साबित हुई है अतएव बाजार के व्यापारी एवं नगर पंचायत कमेटी को बैठक कर इस समस्या का निदान जल्द से जल्द करना चाहिए।
3.नगर के बाजार में आसपास के कई जगहों से लोग खरीदी करने पहुचते है। बाजार की जगह संकीर्ण होने से यातायात व्यवस्था बिगड़ जाती है जिससे लोगो को असुविधा का सामना करना पड़ता है। बाजार स्थल पर पुलिस जवान की व्यवस्था होनी चाहिए। क्षेत्र में 7 थाने है जिसमे बड़ी संख्या में जवान तैनात है।
4.नपं सहित अन्य संबंधित विभाग ऐसी व्यवस्था करे ताकि बुधवार के दिन भारी वाहन का नगर आना निषेध रहे एक दिन गाड़िया बाईपास से होकर गुजरे जिससे अप्रत्याशित घटना की रोकथाम हो सके।
5.बाजार ठेकेदार को भी चाहिए कि वो भी व्यवस्था बनाने में अपना सहयोग प्रदान करे। बाजार ठेकेदार केवल अपनी कमाई की सोचते है कभी भी व्यवस्था पर ध्यान नही देते। उनको भी समुचित व्यवस्था बनाने में अपना योगदान देना चाहिए।
6.पुराने कार्यकाल में तात्कालिक नपं अध्यक्ष नंद यादव ने इस मामले पर पहल की थी परंतु व्यापारियों से कुछ वैचारिक मतभेद के चलते व्यवस्था नही बन पाई।  नपं की नई कमेटी को इस पर गहन विचार करते व्यापारियों, सक्षम अधिकारियों की बैठक बुला कर इस मामले को गंभीरता से लेते इसका निदान करना चाहिए।
 अगर नपं एवं सक्षम अधिकारी इन मामलों को गंम्भीरता से नही लेते है तो कुछ घटना होने की स्तिथि में जवाबदार कौन होगा वक्त ही बताएगा।

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