डर भगाने के लिए आत्म विश्वास को करें मजबूत,परीक्षा की तैयारी में पालक भी करें सहयोग
धमतरी।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आज मासिक रेडियोवार्ता लोकवाणी की सातवी कड़ी में ‘परीक्षा प्रबंधन और युवा कैरियर के आयाम‘ विषय पर विद्यार्थियों को टिप्स दिए । उन्होंने बच्चों को परीक्षा की तैयारी, तनाव से निपटने के उपायों की जानकारी देते हुए बच्चों के अभिभावकों से आग्रह किया कि बच्चों की परीक्षा की तैयारी में सहयोगी बने। बच्चे समय का सदुपयोग करें, परीक्षा के समय खाना-पीना सादा रखें और हल्का व्यायाम करें। सबसे पहले परीक्षा के डर के मनोविज्ञान को समझना जरूरी है। जब तक आप डर के बारे में सोच-सोचकर डरते रहेंगे, तब तक मन से डर को बाहर नहीं निकाल पायेंगे। तैयारी में कोई कमी डर का कारण बनती है और डर का दूसरा बड़ा कारण है जितनी मेहनत की है, उससे अधिक की अपेक्षा रखना।
बहुत अच्छी तैयारी के बाद भी अगर डर लगता है तो इसका मतलब है कि कहीं न कहीं आत्म विश्वास की कमी है। डर दूर करने के लिए स्वभाव में बदलाव जरूरी है। मोबाइल, टीवी आदि से दूर रहें, जिससे आंखों को आराम मिले और दिमाग भी शांत रहे।बच्चे पूरी पढ़ाई का बोझ एक साथ लेकर न बैंठे अपितु समय-सारणी बनाकर क्रमवार विषयों का अध्ययन करें। इससे एक-एक विषय की तैयारी पूरी होती जाएगी। पालक परीक्षा के समय बच्चों को आत्मीयता के साथ सहयोग करें। परीक्षा के समय बच्चों को अनावश्यक तनाव से बचाना जरूरी है। पालकों को बच्चों का कोई एसाइनमेंट, प्रेक्टिकल कॉपी, नो ड्यूस सर्टीफिकेट, एडमिट कार्ड, कंपास बॉक्स, पेन, जो कपड़े पहनकर परीक्षा देने जाना है, वैसी चीजों, के बारे में भी सहयोग देना चाहिए। ऐसा छोटा सहयोग भी बच्चों का मनोबल बढ़ाता है। पालक यह ध्यान रखें कि परीक्षा के समय अपने बच्चे की तुलना किसी दूसरे बच्चे से न करें। घर का वातावरण ऐसा रहे कि बच्चा शांति से मन को एकाग्र कर सके।
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निगम सभा कक्ष धमतरी |
नगरपालिक निगम कार्यालय के सभाकक्ष में लोकवाणी के प्रसारण के उपरांत
महापौर विजय देवांगन ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने आगे कहा कि प्रत्येक बच्चे
की अलग-अलग पारिवारिक एवं सामाजिक परिस्थितियां होती हैं तथा उनमें अलग-अलग
हुनर विद्यमान होते हैं। इसलिए दूसरों से तुलना करने के बजाय पालक उन्हें
प्रोत्साहित करें, न कि नतीजों के पीछे भागें। नगर निगम के सभापति
अनुराग मसीह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने गत माह आयोजित युवा महोत्सव में
प्रदेश की युवा पीढ़ी के द्वारा अनुशासित वातावरण में दी गई प्रस्तुतियों की
भूरि-भूरि प्रशंसा की। उन्होंने आगे कहा कि धमतरी जिले के प्रतिभागियों ने
भी अपने हुनर का प्रदर्शन करते हुए विभिन्न विधाओं में सफलता हासिल की,
जिससे जिला गौरवान्वित हुआ है। पूर्व विधायक श्री हर्षद मेहता,जिलाध्यक्ष मोहन लालवानी ने लोकवाणी को आमजनता के विचारों का आइना निरूपित
करते हुए इसे मुख्यमंत्री के संवाद का बेहतर जरिया बताया। इसके अलावा निगम
के विभिन्न वार्ड के पार्षदों, वरिष्ठ नागरिकगण तथा निगम के आयुक्त
आशीष टिकरिहा ने भी लोकवाणी का श्रवण किया।
प्री मेट्रिक, पोस्ट मेट्रिक छात्रावासों के विद्यार्थियों ने सुनी
लोकवाणी:- मुख्यमंत्री के संबोधन का कार्यक्रम लोकवाणी की सातवीं कड़ी का
प्रसारण हुआ। स्थानीय वार्ड में स्थित प्री मेट्रिक, पोस्ट मेट्रिक
छात्रावासों में छात्राओं ने इसका लाभ लिया। इसे सुनने के बाद पोस्ट
मैट्रिक हाॅस्टल में निवासरत बीएससी द्वितीय वर्ष की छात्रा कु. दिव्या
नेताम ने कहा कि वास्तव में मुख्यमंत्री ने भय एवं तनाव से मुक्त होकर
परीक्षा में शामिल होने की सलाह दी। बाल मनोविज्ञान को समझते हुए प्रत्येक
माता-पिता को अपने बच्चों को कमतर नहीं आंकना चाहिए। बीएससी प्रथम वर्ष की
कु. सारिका गायकवाड़ ने मोबाइल एवं सोशल मीडिया से दूर रहकर परीक्षा की
तैयारी करने की बात कही। इसी तरह बीकाॅम द्वितीय वर्ष की छात्रा कु. किरण
महिपाल, बीएसी की छात्रा कु. सतरूपा गायकवाड़, कु. कौशल्या नेताम, कक्षा
12वीं की छात्रा कु. हेमलता ने भी लोकवाणी की आज कड़ी में मुख्यमंत्री
द्वारा दिए गए सुझावों का अनुसरण करते हुए विद्यार्थियों को बिना भय और
दबाव के उन्मुक्त ढंग से दुगने उत्साह के साथ इम्तिहान देने और कामयाबी
हासिल करने करने की बात कही।
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