जशपुरनग । कोरोना वायरस संक्रमण बीमारी के विषम परिस्थिति में ग्रामीण क्षेत्रों के ग्रामवासियों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजनान्तर्गत संचालित कार्य मजदूरों के लिए सार्थक कदम हो रहा है। लाॅकडाउन में मेहनतकश मजदूर कार्य के दौरान जरूरी दिशा-निर्देशों और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अपना कार्य कर रहे है।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री के.एस.मण्डावी ने बताया कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजनान्तर्गत 01 अप्रैल 2020 से मजदूरी दर 176 रू. से बढ़ाकर 190 रू. किया गया है ताकि ग्रामीण क्षेत्र के मजदूरों को आर्थिक रूप से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिले।
मनरेगा एपीओ शशिकान्त गुप्ता ने बताया कि महात्मा गांधी नरेगा अंतर्गत जिले में वर्तमान में अभी कुल 27177 पंजीकृत मजदूर कार्य कर रहे है एवं आठ जनपद पंचायतों में कुल 2895 कार्य संचालित है, जिसमें मजदूरों के मांग के आधार पर निर्माण कार्य प्रारंभ किया जा रहा है। निर्माण कार्यो के दौरान मैदानी अमलों को नरेगा कार्य संचालन हेतु शासन से प्राप्त निर्देशों एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए प्रत्येक ग्राम पंचायत के कार्यस्थल पर मास्क, हैण्डवाश व साबुन की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है, एवं कार्य के पूर्व मजदूर जागरूक होते हुए स्वयं हैण्डवाश-साबून से बार-बार हाथ धोकर व मास्क लगाकर कार्य कर रहे है। इस हेतु ग्राम पंचायत के सरपंच, सचिव व रोजगार सहायकों को कार्य के दौरान इनका पालन कराने हेतु निर्देशित किया गया है। योजनान्तर्गत कृषि संबंधी कार्य एवं प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन के तहत जल संरक्षण व जल संवर्धन के कार्याें को भी प्राथमिकता दिया जा रहा है।
मनरेगा एपीओ शशिकान्त गुप्ता ने बताया कि महात्मा गांधी नरेगा अंतर्गत जिले में वर्तमान में अभी कुल 27177 पंजीकृत मजदूर कार्य कर रहे है एवं आठ जनपद पंचायतों में कुल 2895 कार्य संचालित है, जिसमें मजदूरों के मांग के आधार पर निर्माण कार्य प्रारंभ किया जा रहा है। निर्माण कार्यो के दौरान मैदानी अमलों को नरेगा कार्य संचालन हेतु शासन से प्राप्त निर्देशों एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए प्रत्येक ग्राम पंचायत के कार्यस्थल पर मास्क, हैण्डवाश व साबुन की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है, एवं कार्य के पूर्व मजदूर जागरूक होते हुए स्वयं हैण्डवाश-साबून से बार-बार हाथ धोकर व मास्क लगाकर कार्य कर रहे है। इस हेतु ग्राम पंचायत के सरपंच, सचिव व रोजगार सहायकों को कार्य के दौरान इनका पालन कराने हेतु निर्देशित किया गया है। योजनान्तर्गत कृषि संबंधी कार्य एवं प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन के तहत जल संरक्षण व जल संवर्धन के कार्याें को भी प्राथमिकता दिया जा रहा है।
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