बोरई पुलिस ने पेड़ हटाकर यातायात व्यवस्था किया बहाल
ब्यूरो
धमतरी।
जिले के घोर नक्सल प्रभावित इलाका कारीपानी गांव के पास पेड़ काटकर मार्ग
अवरुद्ध कर देने से पूरे इलाके में दहशत फैलने के साथ ही वाहनों की आवाजाही
रुक गई थी। सूचना मिलते ही बोराई पुलिस मौके पर पहुंची और रास्ते से पेड़
हटाकर यातायात व्यवस्था बहाल किया गया।आसपास कोई भी नक्सली पर्चा बरामद
नहीं हुआ है। ऐसे में पुलिस इसे शरारती तत्वों की हरकत मान रही है।
ज्ञात हो
कि जिले का नगरी सिहावा इलाके को नक्सल प्रभावित माना गया है।बस्तर और
उड़ीसा से लगे अधिकांश गांव घोर नक्सल प्रभावित इलाकों में शामिल हैं। जहां
नक्सलियों की चहलकदमी और आवाजाही अक्सर सुनाई देती रहती हैं। नक्सली अपनी
मौजूदगी का एहसास कराने समय-समय पर पेड़ काटकर मार्ग अवरुद्ध करने और बैनर
पोस्टर लगाने जैसी हरकत करते हैं।मंगलवार की रात भी सिहावा बोराई
मुख्यमार्ग में कारीपानी के पास विशालकाय सरई पेड़ काटकर मार्ग अवरुद्ध कर
दिया गया था।जिससे इस मार्ग में आवाजाही रुकने के साथ ही पूरे इलाके में
दहशत फैल गई।घटना की सूचना मिलते ही बोराई टीआई नोहर सिंह मंडावी के
नेतृत्व में पुलिस के जवान बुधवार को मौके पर पहुंचे। आसपास इलाके में
सर्चिंग करने के बाद दोपहर करीब 12 बजे रास्ते से पेड़ हटाकर यातायात
व्यवस्था बहाल किया गया।
इस संबंध में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनीषा ठाकुर
ने कहा है कि कारीपानी के पास पेड़ काटने की सूचना मिली थी।पुलिस ने मौके
पर पहुंचकर पेड़ हटवा लिया।एएसपी का कहना है कि आमतौर पर नक्सली पेड़ काटने
के साथ ही आसपास बैनर पर्चे भी छोड़कर जाते हैं लेकिन मौके पर किसी भी
प्रकार का बैनर पर्चा नहीं मिला है। ये किसी शरारती तत्व की करतूत है।आसपास
के ग्रामीणों से पूछताछ कर मामले की जांच की जा रही है।
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