बिहान की महिलाओं ने मास्क बना कर पाया लगभग साढ़े आठ लाख का मुनाफा

 

 48 समूहों की 329 महिलाएं मास्क बनाने में निभा रही अपनी महत्वपूर्ण भूमिका



 धमतरी
कोरोना वायरस (कोविड 19) संक्रमण की रोकथाम के लिए  शासन के दिशा निर्देश पर धमतरी जिले के अधिकारी-कर्मचारी, गैर सरकारी संस्था, आम जन एवं महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजनांतर्गत कार्यरत मजदूरों के लिए फेस मास्क लगाने की अनिवार्यता कर दी गई है। कोरोना वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैल रहा है। संक्रमित व्यक्ति की वजह से कोरोना वायरस की बूंदें हवा में रूक जाती है। फेस मास्क इन बूंदों के श्वसन प्रणाली में प्रवेश करने की क्षमता को कम करता है। सांस लेते समय वायरस को शरीर के अंदर आने की संभावना को कम करने के लिए एक सुरक्षात्मक फेस मास्क पहनना जरूरी है। साथ स्वच्छता हेतु हैण्डवाश, साबुन या अल्कोहल उपयोग कर अच्छी तरह से हाथ की सफाई किया जाये।
 
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत  नम्रता गांधी ने बताया कि-जिले में  मास्क बनाने का कार्य छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की 48 महिला स्वसहायता समूह की 329 महिलाओं द्वारा किया जा रहा है। महिला स्वसहायता समूह द्वारा अबतक 98 हजार 572 मास्क का तैयार कर 55 हजार 533 मास्क 15 रूपये प्रति फेस मास्क की दर से नगर पंचायत, रेडक्रास, पुलिस विभाग, स्थानीय बाजार, महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग, विद्युत विभाग, कृषि विभाग एवं वन विभाग में विक्रय किये गये हैं। विक्रय किये गये फेस मास्क से महिला स्वसहायता समूह को लगभग 08 लाख 32 हजार 995 रूपये की आमदनी हुई है। लाॅकडाउन से निपटने समूह द्वारा तैयार किये गये फेस मास्क से जो आमदनी प्राप्त हुई है उससे आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हुई है। महिला स्वसहायता समूहों को मास्क तैयार करने हेतु तकनीकी सहयोग स्वास्थ्य विभाग, खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग, हथकरघा विभाग एवं स्वयं सेवी संगठन द्वारा प्रदाय की गई। अभी भी विक्रय हेतु 43 हजार 39 नग मास्क तैयार कर जिले की महिला स्वसहायता समूह अपना सक्रिय भूमिका निभा रही है।
 

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