धमतरी | धमतरी नगर निगम में अभी मास्क और
सैनिटाइजर का मामला थमा भी नहीं था कि मामला गुणवत्ता विहीन क्लोरीन
टेबलेट सप्लाई का सामने आया है जिससे हड़कंप मच गया है।निगम क्षेत्र के कुछ
वार्डो में शुद्ध पेयजल हेतु क्लोरीन की दवाईयां वितरित कराई जा रही थी।
जिसके लिए निविदा के माध्यम से क्लोरीन की गोलियां खरीदी गई थी। लेकिन ये
गोलियां गुणवत्ताहीन होने की शिकायत पर जांच की गई। जो कि सही पाई गई।
चर्चा है कि इस धांधली में निगम के ही कुछ लोग शामिल है।
मिली
जानकारी के अनुसार नगर निगम द्वारा शहर में क्लोरीन की दवा बांटने हेतु
टेंडर मंगाया था। जिसमें शहर के एक मेडिकल एजेंसी से 423 बॉक्स क्लोरीन
टेबलेट प्रति बॉक्स 118 रुपये की दर से कुल 49914 रुपये का टेबलेट खरीदा
गया था। जिसे शहर में मितानिनों के माध्यम से वितरित किया जा रहा था।
मितानिनों की शिकायत पर निगम कमिश्नर आशीष टिकरिहा के निर्देश पर आज डिप्टी
कमिश्नर पंकज शर्मा द्वारा निगम के स्टोर रुम जाकर इन गोलियों की जांच के
लिए दबिश दी गई। जिसके पश्चात जांच में शिकायत सही पाई गई और गोलियों को
गुणवत्ताहीन माना गया। जिससेनिगम में खलबली मची गई है । महत्वपूर्ण बात यह
है कि इस क्लोरीन टेबलेट में गवर्नमेंट सप्लाई नॉट फॉर सेल लिखा हुआ है ।
मामले को निगम कमिश्नर आशीष
टिकरिहा ने गंभीरता से लिया है। उन्होने तत्काल जांच हेतु निगम के सहायक अभियंता एसआर सिन्हा को जांच
अधिकारी नियुक्त किया है । तीन दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत
करने के निर्देशदिए है। चर्चा है कि निगम के कुछ अधिकारी-कर्मचारी की
संलिप्तता भी उक्त मामले में हो सकती है इसलिए इस मामले का खुलासा होना
आवश्यक है |
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