इसमें होमगाॅर्ड के 15 प्रतिशत तैराक जवानों ने हिस्सा लिया एवं बाढ़ के दौरान टापू आदि जगहों में फंसे हुए लोगों को निकालने का अभ्यास भी किया गया। उन्होंने बताया कि बारिश के बाद गंगरेल जलाशय जब पूर्णतः भर जाता है तो पानी छोड़ने से कुरूद, मगरलोड ब्लाॅक के ग्राम नारी, राजपुर, सेलद्वीप जैसे संवेदनशील स्थानों में बचाव कार्य की आवश्यकता पड़ती है।
इसके अलावा आपातकालीन स्थिति में आवश्यकतानुसार होमगाॅर्ड्स के जवानों के द्वारा आपदा प्रबंधन पर अभ्यास किया गया। श्री शुक्ला ने बताया कि कोविड-19 कोरोना वायरस के संक्रमण के मद्देनजर बचाव अभ्यास कार्य में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया तथा जवानों को मास्क पहनाकनर पूर्वाभ्यास कराया गया।
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