आरती गुप्ता
नगरी।वनांचल क्षेत्र मौहाबाहरा में इन दिनों जय सेवा जय बड़ादेव एवं नव जागृति स्व सहायता समूह की महिलाएं कीटनाशक दवाई बना रही हैं। स्व सहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि अलग-अलग प्रकार के दवाई बनाने के लिए अलग-अलग प्रकार की सामग्री का उपयोग किया जाता है जैसे - निमास्त्र दवाई बनाने के लिए नीम पत्ती , तंबाकू ,गोमूत्र , नीम तेल, वाशिंग पाउडर ,का उपयोग किया जाता है यह दवा 45 घंटे में तैयार हो जाती है, यह दवा धान के पीलेपन झूलसा एवं पत्ती मोड़क में असरदार है । ब्रह्मास्त्र - ब्रह्मास्त्र दवाई तैयार करने के लिए नीम पत्ती , तंबाकू गोमूत्र , नीम तेल ,अदरक पेस्ट, लहसुन ,मिर्चा पेस्ट , हींग का उपयोग किया जाता है यह दवाई 7 दिनों में तैयार हो जाती है यह दवा धान के तना छेदक , गंगाई मे असरदार है।अग्नेअस्त्र - अग्नेअस्त्र दवाई को 24 घंटे में तैयार किया जाता है यह दवा धान फसल में होने वाले बनकी वह सब्जी के भालू किट मे काफी असरदार है इन सभी प्रकार की दवाइयो को जय सेवा जय बुड़ादेव की महिलाएं रेखा बाई, नर बाई, सुलोचना बाई, नीराबाई, उमा बना रही है ।
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