आपातकाल का काला अध्याय देश कभी भूल नही सकता
धमतरी।राज्यसभा
सांसद एवं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव मा रामविचार नेताम ने
धमतरी में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुये कहा कि 25 जून
1975 का दिन भारत के लोकतांत्रिक इतिहास का एक ऐसा काला अध्याय है जिसे देश
कभी भूल नही सकता। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के
निर्वाचन को अदालत में चुनौती दी गयी तथा अदालत ने एक ऐतिहासिक फैसला
सुनाते हुये उनके निर्वाचन को शून्य घोषित कर दिया जिससे बौखला कर इंदिरा
गांधी की सरकार ने देश पर आपातकाल थोप दिया। जितने भी गैर कांग्रेसी नेता थे उन्हें झूठे आरोप लगा कर
जेलों में ठूंस दिया गया। हज़ारों की संख्या में पत्र पत्रिकाओं पर प्रतिबंध
लगाकर विरोध के स्वर बलपूर्वक दबा दिये गये। देश भर में लाखों की संख्या
में जनसंघ और समाजवादी नेताओं को जेलों में डालकर भीषण यातनाएं दी गयी। 19
महीने तक ये नेता बिना अपराध के जेलों में बंद रहे। श्री नेताम ने कहा
कि जब जब कांग्रेस सत्ता में आती है अपने अधिकारों का दुरुपयोग करती है। छग में भी हालात बदतर होते जा रहे हैं। भूपेश सरकार बदले की भावना से ग्रसित होकर सरकार
चला रही है। जनप्रतिनिधियों पर बालू और दारू माफियाओं द्वारा प्राणघातक हमले किये
जाते हैं। सरकार द्वारा अपराधियों को संरक्षण देने का कार्य किया जाता है।
धमतरी जिले की घटना का जिक्र करते हुये उन्होंने
कहा कि जिले के युवा आदिवासी जनप्रतिनिधि के साथ जिस प्रकार का बर्ताव किया
गया वो सरकार के घृणित इरादे को दर्शाता है। माफियाओं ठेकेदारों के हौसले
इतने बुलंद है कि जनप्रतिनिधियों को बेदर्दी के साथ निर्वस्त्र कर पीटा
जाता है। उनकी हत्या करने का प्रयास किया जाता है। भूपेश सरकार ने पंचायतों के अधिकार छीन
कर खनिज माफियाओं को गुंडाराज चलाने का अधिकार दे दिया है। छग में कानून
व्यवस्था की वर्तमान में जो स्थिति है वो आपातकाल की याद दिला रही है। श्री नेताम ने मीसाबंदी शिरोमणि राव घोरपड़े का
शॉल श्रीफल से सम्मान किया।
पत्रकार वार्ता के पश्चात श्री नेताम जिला
पंचायत सदस्य खूबलाल ध्रुव का कुशलक्षेम पूछने जिला अस्पताल भी गये। जिला
भाजपा कार्यालय में पत्रकार वार्ता के दौरान उनके साथ जिला भाजपा अध्यक्ष
ठा शशि पवार, विधायक रंजना साहू, पूर्व जिलाध्यक्ष रामु रोहरा पूर्व
महापौर अर्चना चौबे जिला संवाद प्रमुख कविन्द्र जैन नेता प्रतिपक्ष
नरेन्द्र रोहरा सरला जैन बालाराम साहू पार्वती वाधवानी कल्पना रणसिंह मंडल
अध्यक्ष विजय साहू ऋषभ देवांगन हेमंत चंद्राकर महेन्द्र पंडित चेतन हिंदुजा
प्रीतेश गांधी कपिल चौहान राजीव सिन्हा विजय मोटवानी अखिलेश सोनकर जय
हिंदुजा विनय जैन अविनाश दुबे देवेंद्र नेताम देवेश अग्रवाल नितिन प्रजापति
ननकू महाराज प्राची सोनी मिथिलेश सिन्हा मोहन सोनी सरिता असाई सहित प्रमुख
कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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