धमतरी। यूथ
हॉस्टल ऑफ़ इंडिया धमतरी इकाई द्वारा अपने पर्यावरणीय सरोकारों के तहत
केशकाल घाटी में 16 जून 2020 को शाम 4:00 से 6:00 के बीच विभिन्न प्रकार के
फूलों और फलों का बीजारोपण किया गया । फूलों की घाटी के स्वप्न दृष्टा एवं
बीजारोपण के प्रणेता डॉ लक्ष्मी नारायण महावर के नेतृत्व में विभिन्न
प्रजाति के फूलों एवं फलों जैसे कॉसमॉस, गेंदा, गजनिया, रेन लिली, जामुन,
सीताफल, जाम, अमलतास व बेल आदि के 5 किलो बीजों का छिड़काव घाटी में नेशनल
हाइवे के दोनों ओर 8 किलोमीटर तक उत्साह पूर्वक किया गया । साथ ही साथ
पपीता, सीताफल, जाम, तेलिया कंद, बरगद, बेल, ट्रंपेट वाइन व रामफल का
पौधारोपण कर अपनी पर्यावरणीय चेतना का परिचय दिया। वरिष्ठ चिकित्सक एवं
पर्यावरण प्रेमी लक्ष्मीनारायण महावर ने बताया कि हर साल मानसून के समय
केशकाल घाटी सहित अन्य उपयुक्त जगह में फूलों के बीजों का रोपण एवं छिड़काव
किया जाएगा, जिससे आने वाले समय में दीर्घकाल तक हमारा प्रयास फलीभूत
दिखे ।
यूथ हॉस्टल धमतरी
के चेयरमैन योगेश गुप्ता ने बताया कि पिछले साल भी हमने केशकाल घाटी व
टाटामारी गेस्ट हाउस में विभिन्न प्रकार के फूलों के सीड बाल डाले थे जो
दिसंबर माह में अपने पुष्पों की छटा बिखेर गए और उनके बीज भी अब पौधे के
रूप में तैयार हो गए हैं। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास एवं सपना केशकाल
घाटी को फूलों की घाटी बनाने का है। इस आयोजन का मूल ध्येय ही केशकाल
घाटी: फूलों का सपना रहा। वरिष्ठ सदस्य हुकुमचंद जैन ने बताया कि आज केशकाल
घाटी में बोगनबेलिया, गुलमोहर, लाल व सफेद कनेर सहित फूलों के जो अन्य
पौधे दिखाई देते हैं वे इन्हीं पर्यावरण प्रेमियों द्वारा किए गए अथक
प्रयासों का परिणाम है।
केशकाल घाटी बीजारोपण के इस कार्यक्रम में
लक्ष्मी नारायण महावर,योगेश गुप्ता,
सुबोध देवांगन रमेश देव, कमलेश कोठारी, वेंकटेश्वर
साहू , विश्वेश कोटवानी, काजल मुंजवानी, सुरेंद्र मुंजवानी एवं रवि
कृष्णानी की विशेष सहभागिता रही।
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