धमतरी पुलिस ने अजमेर में चारों तरफ से घेराबंदी कर रेत माफिया नागु और उसके ड्राइवर को धर दबोचा



 रेत कांड का मुख्य आरोपी नागु 18जून की रात से था फरार


भुपेंद्रसाहू
धमतरी।18-19 जून की दरमियानी रात कुरुद थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम डाभा जोरातराई रेत खदान में जिला पंचायत सदस्य खूब लाल ध्रुव व उनके साथियों के साथ घटित घटना का मुख्य आरोपी नागु चंद्राकर व उसके ड्राइवर तुलसी यादव को पुलिस ने अजमेर से धर दबोचा है। घटना के बाद नागु अपने ड्राइवर तुलसी के साथ रेनॉल्ट कैप्चर कार पर महासमुंद के थाना पटेवा क्षेत्र के अंतर्गत बावनकेरा में छोड़कर कहीं भाग जाने की सूचना मिली थी ।जहां से कार को बरामद किया गया। लेकिन नागेंद्र उर्फ नागु चंद्राकर लगातार अपना पता ठिकाना बदल कर पुलिस को चकमा देता रहा ।पुलिस अधीक्षक बी पी राज भानु के निर्देशन पर संयुक्त पुलिस टीम गठित कर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनीषा ठाकुर उप पुलिस अधीक्षक अजाक सारिका वैद्य के नेतृत्व में मामले के आरोपियों को संभावित स्थान में पता तलाश कर निर्देशित किया गया ।लगातार खोजबीन के बाद नहीं मिलने पर पुलिस अधीक्षक ने 5000रु और उसके बाद पुलिस महानिरीक्षक ने 20000र इस तरह से 25000रु का इनाम घोषित किया गया था ।

कहाँ कहाँ हुई तलाश-
तकनीकी संसाधनों के सहयोग से सूत्रों को बारीकी से विश्लेषण करते हुए हजारों संदिग्ध मोबाइल खंगाला गया मुखबिर से छिपने की हर संभावित स्थान पर दबिश भी दी गई ।राजनांदगांव गरियाबंद कांकेर जगदलपुर कोंडागांव महासमुंद व अन्य राज्य उड़ीसा में भी दबिश दी गई किंतु उचित जानकारी नहीं मिल पा रही थी। नागु चंद्राकर लगातार मोबाइल नंबर व सेट को बदलता था ।अन्य राज्य की पुलिस से संपर्क कर सोशल मीडिया के माध्यम से उसका फोटो भेज कर पता लगाकर अंतर्राज्यीय स्तर पर विश्वसनीय मुखबिर भी लगाया गया ।

सूचना पर पहुंचे अजमेर

इसी दौरान विश्वस्त सूत्रों से जानकारी मिली कि मुख्य आरोपी नागेंद्र उर्फ नागु चंद्राकर दिल्ली में छुपा हुआ है। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में संयुक्त टीम को तत्काल रवाना किया गया ।इस बीच टीम को सूचना मिली कि नागु दिल्ली से अजमेर राजस्थान की ओर निकल चुका है। जिसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को देकर उनके निर्देश पर अजमेर पहुंचकर घेराबंदी करते हुए मुख्य आरोपी नागेंद्र उर्फ नागु चंद्राकर पिता सूरज भान प्रताप चंद्राकर 42 वर्ष व उसके ड्राइवर तुलसीराम यादव सीताराम यादव ग्राम राखी को राजस्थान के अजमेर से गिरफ्तार किया गया ।उसके द्वारा प्रयुक्त वाहन स्कॉर्पियो सीजी 04 एचबी 2300 को जब्त किया गया।

 पुलिस अधीक्षक के कुशल निर्देशन में फरार आरोपी नागु एवं तुलसी को राजस्थान से गिरफ्तार करने में संयुक्त टीम के निरीक्षक आरएन सेंगर थाना प्रभारी मेचका, उप निरीक्षक नरेश बंजारे,प्रधान आरक्षक प्रदीप सिंह,प्रहलाद बंछोर, आरक्षक कुलदीप सिंह, कमल जोशी ,धीरज डड़सेना, दीपक साहू ,मुकेश मिश्रा ,सितलेश पटेल,झमेल सिंह राजपूत शामिल रहे। इसके अलावा अन्य टीम में भखारा थाना प्रभारी केएस नेताम और और कुरुद थाना प्रभारी गगन बाजपाई भी शामिल रहे।

ज्ञात हो कि इस घटना के बाद आदिवासी समाज के साथ राजनीतिक पार्टियां भी मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे। इस मामले में आंदोलन की भी चेतावनी दी गई थी। नागु पुलिस के लिए चुनौती बन चुका था ।घटना दिनांक के बाद पुलिस ने पूर्व फौजी,पार्षद सहित नौ लोगों को गिरफ्तार किया था। लेकिन मुख्य आरोपी के गिरफ्तार नहीं होने पर कई तरह के सवाल उठ रहे थे। नागु की संपत्ति कुर्क करने की भी तैयारी चल रही थी ।पुलिस लगातार  37 दिनों में अपनी कार्यवाही जारी रखी थी और आखिरकार उन्हें सफलता मिली है।

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