भोपाल।
प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में पिछले एक सप्ताह में प्रदेश के कुछ जिलों, विशेषकर सीमावर्ती जिलों से कोरोना के अधिक मामले आने से प्रदेश की कोरोना ग्रोथ रेट बढ़ी है। प्रदेश में पहले कोरोना ग्रोथ रेट 1.72 थी, जो बढ़कर 2.01 हो गई है। सभी जिलों में मास्क लगाने एवं फिजिकल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन हो यह सुनिश्चित किया जाए। सभी सीमावर्ती जिलों में पब्लिक एडवाइजरी जारी की जाए। सभी जिलों में सप्ताह में एक दिन आवश्यक प्रतिबंध लागू किए जाएं।
मंत्रालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री चौहान प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री श्री नरोत्तम मिश्रा, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी श्री विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य डॉ मोहम्मद सुलेमान आदि उपस्थित थे।
मुख्य सचिव एवं डीजीपी तैयार करें मैकेनिज्म
बड़वानी, मुरैना एवं अन्य सीमावर्ती जिलों की समीक्षा के दौरान यह तथ्य सामने आया कि वहां कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। वहां सीमा पार दूसरे प्रांतों में संक्रमण अधिक होने से इन जिलों में संक्रमण बढ़ रहा है। इस पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मुख्य सचिव एवं डीजीपी को निर्देश दिए कि वे इस संबंध में मैकेनिज्म तैयार कर पब्लिक एडवाइजरी जारी करें। हमें प्रदेश में हर स्थान पर कोरोना संक्रमण को बढ़ने से हर-हाल में रोकना है।
सैनिटाइजर नहीं तो जुर्माना
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिए कि प्रदेश में मास्क का प्रयोग अनिवार्य किया गया है। इसी प्रकार शॉपिंग मॉल, कार्यालयों आदि मैं सैनिटाइजर रखना आवश्यक है। ऐसा न करने पर जुर्माना किया जाए। सभी स्थानों पर फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन हो, अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।
किल कोरोना अभियान के अच्छे परिणाम
बैठक में श्री सुलेमान ने बताया कि प्रदेश में किल कोरोना अभियान के अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। पहले प्रदेश में टेस्टिंग क्षमता 6000 टेस्ट प्रतिदिन थी, जो इस अभियान के चलते 12104 पहुँच गई है। किल कोरोना अभियान के अंतर्गत लिए गए सैंपल की पॉजिटिविटी दर 2.2 प्रतिशत आ रही है जो कि अच्छे संकेत हैं।
इंदौर की हालत में निरंतर सुधार
इंदौर जिले की समीक्षा में पाया गया कि वहां की हालत में निरंतर सुधार हो रहा है। इंदौर में कोरोना की पॉजीटिविटी दर निरंतर कम हुई है। पहले यह दर 11 प्रतिशत तक थी जो अब घटकर 2.12 प्रतिशत रह गई है। इंदौर में वर्तमान में 875 एक्टिव प्रकरण हैं तथा 3871 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। इंदौर में मृत्यु दर एक प्रतिशत से भी नीचे आ चुकी है। मुख्यमंत्री चौहान ने पूरी टीम को बधाई दी।
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