हाॅटस्पाॅट क्षेत्रों में की जा रही कार्यवाही पर आयुक्त ने की नाराजगी प्रकट
मथुरा । स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ मण्डलायुक्त अनिल कुमार ने कोविड-19 के संबंध में बैठक लेते हुए निर्देश दिये कि जनपद में बढ़ते हुए मरीजों की संख्या के दृष्टिगत नयी रणनीति बनाकर कोरोना संक्रमण को रोका जाये। उन्होंने कहा कि सभी हाॅटस्पाॅट क्षेत्रों में एक पुलिस अधिकारी एवं एक प्रशासनिक अधिकारी को जिम्मेदारी दी जाये। उन्होंने पूरे क्षेत्र को सेनेटाइज कराने के साथ-साथ मल्टी विटामिन, विटामिन सी तथा जहां आवश्यक हो वहां अन्य दवायें भी दी जाये। उन्होंने कहा कि जिस स्थान पर अधिक केस निकल रहे हैं, उन क्षेत्रों के लोगों को बार-बार हैण्डवाॅस करने एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी आवश्यक रूप से कराया जाये।
आयुक्त ने कहा कि एक विशेष अभियान चलाकर घर-घर जाकर लोगों से उनके स्वास्थ्य के विषय में जानकारी की जाये तथा अधिक से अधिक संख्या में लोगों की सैम्पलिंग की जाये बच्चों, बुजुर्ग एवं पहले से बीमार व्यक्तियों का विशेष ध्यान रखा जाये। उन्होंने संक्रमित व्यक्ति के प्राइमरी सम्पर्क में आये लोगों की विशेष रूप से सैम्पलिंग की जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि हाॅटस्पाॅट क्षेत्र में आवागमन को रोका जाये तथा वहां के लोगों से इस बात का भी अनुरोध किया जाये कि वह अपने घरों से बाहर न निकलें।
मुख्य चिकित्साधिकारी ने मण्डलायुक्त अनिल कुमार को बताया कि जनपद में 05 से 15 जुलाई तक विशेष अभियान चलाया जायेगा, जिसमें पोलियों अभियान की तरह पूरी योजना बनाकर घर-घर जाकर चैकिंग करायी जायेगी। उन्होंने बताया कि जनपद में कोविड-19 के इलाज हेतु पूर्ण तैयारी चल रही है और 1206 वार्ड आईसोलेशन के लिए तैयार हैं। उन्होंने प्राईवेट अस्पतालों में मरीजों को देखने एवं सरकारी अस्पतालों में कोविड-19 के अतिरिक्त अन्य देखे गये मरीजों की भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने निर्देश दिये कि कोविड-19 हेल्पडेस्क सभी थाने, तहसील, ब्लाॅक एवं सीएचसी व पीएचसी तथा भीड़युक्त कार्यालयों में खोले गये हैं और वहां लोगों की थर्मल स्कैनिंग, हाथों को सेनेटाइज कराकर ही प्रवेश करने की अनुमति दी जा रही है।
मण्डलायुक्त ने कोविड-19 के पश्चात वृक्षारोपण एवं 50 लाख से अधिक किये जा रहे कार्यों की भी समीक्षा की। उन्होंने जिन विभागों ने कार्य प्रारम्भ नहीं किये गये हैं, उनके विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होंने प्रत्येक कार्यदायी संस्था द्वारा किये जाने वाले कार्यों की स्थिति की जानकारी प्राप्त की। लोक निर्माण विभाग द्वारा अवगत कराया गया कि 90 कार्य सेंसन हुए थे, जिसमें से 80 कार्यों पर कार्य प्रारम्भ करा दिया गया है। शेष कार्यों का टेण्डर किया जा रहा है।
बैठक में आयुक्त को बताया गया कि वृक्षारोपण हेतु सभी विभागों ने अपने कार्यों की तैयारी कर ली गयी है, जिसके लिए गढ्ढ़े खुदवा दिये गये हैं, साथ ही वृक्षों को जीवित रखने के लिए पानी की व्यवस्था भी की गयी है। आयुक्त द्वारा उद्यान, कृषि, वन, सिंचाई, आरईएस, लोक निर्माण, सेतु निगम, लघु सिंचाई आदि विभागों द्वारा किये जा रहे कार्यों की भी समीक्षा की।
बैठक में जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्र ने अवगत कराया कि जिला पंचायतराज अधिकारी द्वारा सभी ग्राम पंचायत एवं नगर निगम अपने-अपने क्षेत्रों में विशेष अभियान के तहत घर-घर स्कैनिंग करायी जायेगी, इसके लिए जिला पंचायतराज अधिकारी, नगर पंचायत, नगर पालिका एवं नगर निगम के अधिकारियों हेतु निर्देश जारी किये जा चुके हैं।
बैठक के पश्चात मण्डलायुक्त ने जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं नगर आयुक्त के साथ हाॅटस्पाॅट क्षेत्र कम्पूघाट का निरीक्षण किया, जिसमें हाॅटस्पाॅट क्षेत्र में पायी गयी कमियों पर नाराजगी प्रकट करते हुए सख्त निर्देश दिये कि सभी व्यवस्था सुचारू रूप से सुनिश्चित करायें।
इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा0 गौरव ग्रोवर, नगर आयुक्त रविन्द्र कुमार मांदढ, मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष नगेन्द्र, मुख्य विकास अधिकारी नितिन गौड़, ज्वांइट मजिस्टेªट दीक्षा जैन, नोडल अधिकारी राजेन्द्र त्रिपाठी, अपर जिलाधिकारी प्रशासन सतीश कुमार त्रिपाठी, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व बृजेश कुमार, नगर मजिस्टेªट मनोज कुमार सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 संजीव यादव, एसएलओ सुरेन्द्र प्रसाद यादव सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।
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