भुपेंद्रसाहू
धमतरी।भाई
बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन का त्यौहार 3 अगस्त सोमवार को देश भर
में मनाया जाएगा ।यह हिंदुओं का एक बड़ा त्यौहार होता है।बहने अपनी रक्षा
के लिए भाई को रक्षा सूत्र बांधती है ।इस कोरोना संकटकाल में बहने अपने भाई
के लिए यही दुआ कर रही है कि वह सुरक्षित रहें और अपने परिवार को सुरक्षित
रखें ।जो बहने भाई के घर के आसपास रहती हैं वह राखी खरीदने बाजारों तक
पहुंची। लेकिन जो दूर रहती हैं उन्हें इस बात का मलाल है कि इस lock-down
के चलते वह अपने भाई तक नहीं पहुंच पा रही है ,हालांकि पोस्ट के माध्यम से
कई लोगों ने राखी भेजी और कई लोग नहीं भी भेज पाए।
अभी एक ट्रेंड भी चल गया
है कि ऑनलाइन एक दूसरे को वीडियो कॉल कर राखी बांधा जा रहा है । आरती
उतारने और अन्य रस्मेभी की जाएगी । रक्षाबंधन के पूर्व रविवार को बाजार में
अच्छी चहल-पहल रही, भीड़ भाड़ दिखाई दी ।कलेक्टर द्वारा रात 9:00 बजे तक
समय बढ़ाए जाने से व्यवसाइयों को बड़ी राहत मिली है ।राखी दुकान के अलावा
मिठाइयों की दुकान में अच्छी भीड़ रही। हालांकि कुछ लोग घर के ही बने पकवान
भाइयों को खिलाने की तैयारी कर रहे हैं।
भद्रा काल में नहीं बांधी जाती
राखी
हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र शुभ
मुहूर्त देखकर ही बांधना चाहिए ।इसके राहुकाल और भद्रा के समय राखी बांधने
से बचना चाहिए ।भद्रा काल में राखी बांधने की वजह लंकापति रावण से जुड़ी
हुई है ।कहा जाता है कि रावण ने भद्रा काल में ही अपनी बहन से राखी बनवाई
थी, इस घटना के 1 वर्ष बाद ही रावण का विनाश हो गया था। ज्योतिषाचार्यों के
अनुसार सुबह 5:44 से 9:25 तक भद्रा रहेगी इसमें राखी ना बांधे ।इसके लिए
शुभ मुहूर्त 9:25 से 11:28 तक उसके बाद शाम 3:50 से 5:15 तक राखी का शुभ
मुहूर्त बताया गया है।
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