सीजन की पहली झड़ी ने पानी पानी किया, शहर की गलियां भरी लोगों को निकालना मुश्किल
भूपेंद्र साहू
धमतरी
09 अगस्त। इस साल के वर्षाकाल में पहली बार भादो के पहले सप्ताह में हो
रही बारिश की झड़ी ने सभी तरफ पानी पानी कर दिया है। पूरा सावन का महीना
गुजर गया मगर वैसी बारिश नहीं हुई जिसकी कल्पना सावन के महीने में की जाती
है। भादो के एक सप्ताह बाद जो बारिश रविवार को हो रही है, वह काफी मायने
रखती है। सुबह 4 बजे से हो रही बारिश ने पूरी तरह से झड़ी का रूप ले लिया
है।
कई घंटो की बारिश ने शहर समेत ग्रामीण अंचल को पानी पानी कर दिया है।
जिस तरह मौसम बना हुआ है और आसमान में घने काले बादल छाए हुए हैं। इससे
उम्मीद की जा रही है कि फिलहाल यह बरसात रुकने वाली नहीं है। शहर के हर
इलाके में पानी ही पानी नजर आ रहा है। इससे आज जनजीवन काफी प्रभावित हुआ
है। लोगों को घर से निकलना मुश्किल हो गया है आज कमरछठ का पर्व भी है
महिलाएं सगरी खोद कर पूजा करती हैं उन्हें घर में ही पूजा करना पड़ेगा।
बारिश
से हमेशा की तरह शहर की गलियां उफान पर हैं ।विमल टॉकीज रोड, देव श्री
टॉकीज रोड, आमापारा, नवागांव, गोकुलपुर, रिसाई पारा, रामपुर वार्ड
,औद्योगिक वार्ड सहित शहर की कई गलियों में पानी भर जाने से आवाजाही
प्रभावित हुई है। कई गलियां तो मुंबई की याद दिला रही है ।लोग अभी यह पूछ
रहे हैं कि इस जलभराव से धमतरी को कब निजात मिल पाएगा। जिसका जवाब शायद
किसी के पास नहीं है।
बांधों की स्थिति
धमतरी
जिले के बांधों की बात करें तो गंगरेल बांध 60 फ़ीसदी से अधिक भर चुका है
।जहां अवाक 3055 क्यूसेक, जावक 6816 क्यूसेक है जिसमें रेडियल गेट से 2365
क्यूसेक, 450 क्यूसेक कैनाल में और पेन स्टाक पावर प्लांट की ओर 1650
क्यूसेक पानी की जावक जारी है ।इस वक्त गंगरेल बांध का लेवल 344 मीटर हो
चुका है जिसमें से कुल पानी 19.45 टीएमसी है। इसमें से उपयोगी जल 14.38
टीएमसी है ।अन्य बांधों में मुरुमसिल्ली 66 फ़ीसदी,दुधावा 79 फ़ीसदी और
सोंढूर 84 फ़ीसदी तक भर चुका है।
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