आरती गुप्ता
नगरी। जिला मुख्यालय धमतरी से करीब 120 किलोमीटर दूर सीतानदी अभ्यारण के घने जंगलों में स्थित सीतानदी घूमर नाम का प्राकृतिक झरना लोगों के आकर्शण का केन्द्र बना हुआ है।घने जंगल में चट्टानों के बीच से गिरता दुधिया रंग का पानी खूबसूरत नजारा पेश करता है ।लोग प्राकृतिक वातावरण का ऐसा नजारा देखकर घंटो तक उनकी खूबसूरती निहारते रह जाते है। अफसोस कि प्रशासन ने इस मनमोहक जगह को न तो संवारने का प्रयास किए और न ही पर्यटको को इस ओर आकर्षित करने के लिए कोई कदम उठाया है।यही वजह है कि सैलानी प्रकृति के इस उपहार से कोसों दूर है।
सीतानदी घूमर झरना सीतानदी अभ्यारण क्षेत्र में होने के वजह से कई सैलानियों के पहुंच से कोसो दूर है यहां तक पहुंचने के लिए कच्चे रास्तों से करीब 3 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है इसके बाद जो मनमोहक नजारा सामने दिखाई देता है वह सारी थकान को छू मंतर कर देता है और इसके साथ ही मन को सुकुन भी देता है।शांत वातावरण के बीच यह स्थल जिले के पर्यटन स्थल नरहरा वाटरफाल की झलक दिखाती है।
तकरीबन 50 फीट उंचाई से नीचे की ओर गिरते इस झरने को देखने से मन को असीमित आनंद देती है।जब बरसात के दिनों में बड़े बड़े चटटानों से होकर बहने वाली जलधारा बहती है तो इस जगह की सुंदरता पर चार चांद लग जाता है।कहा जाता है कि कभी यहां भगवान श्रीराम अपने वनगमन के दौरान इस इलाके से भी गुजरे थे और इस वजह से इस नदी को सीतानदी कहा जाता है।
वैसे ये जगह इलाके के लेगों के लिए एक सहज और सरल पिकनिक स्पाॅट बन चुका है लेकिन घूमर झरना और आसपास क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं मौजूद है लेकिन सुविधाओं के अभाव में यह खूबसूरत स्थल अभी तक पर्यटको की पहुंच से दूर और उपेक्षित है।अगर यहां सुविधाएं मुहैया करा दी जाए तो यह एक बेहत्तरीन पिकनिक स्पाॅट बन सकता है।
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