ग्रामीणों ने लगाया विभागीय अधिकारियों व ठेकेदार पर भ्रष्टाचार का आरोप
पवन निषाद
मगरलोड (धमतरी )।। राज्य सरकार आदिवासी वनांचल क्षेत्रों में लोंगो को आवागमन की सुविधा मिले इसलिए सड़क,पुल- पुलिया बनाया जा रहा है।मगर सड़क निर्माण में विभागीय अधिकारियों व ठेकेदार द्वारा गुणवत्ता पूर्ण से नहीं बनाया जा रहा है। कोरोड़ो की लागत से बनी सड़के गारंटी अवधि में ही खराब होने लगी है।
प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री ग्राम सड़क विकास योजना विभाग द्वारा सिंगपुर मेन रोड से सरईरूख व बेन्द्रचुवा पहुँच मार्ग लम्बाई 5 किलोमीटर 356 मीटर जिसकी लागत 3 करोड़ 32 लाख रूपये की लागत से पक्की डामरीकृत सड़क दो वर्ष पूर्व बनाया गया था। सरईरूख से बेन्द्रचुवा डामरीकरण सड़क खराब हो गया है ।सड़क से डामर उखड़कर बड़े बड़े गड्ढे में तब्दील हो गए है । यह बताना आवश्यक है यह सड़क मार्ग ब्लाक मुख्यालय से सिंगपुर से नगरी जाने का रास्ता है । सरईरूख के ग्रामीण गणेश राम ध्रुव,सुखदेव ध्रुव, लक्षण राम व अन्य ग्रामीणों ने बताया कि डामरीकरण सड़क मार्ग को करोड़ो रूपये की लागत से प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री ग्राम सड़क विकास विभाग द्वारा लगभग दो वर्ष पूर्व बनाया गया था। सड़क निर्माण कार्य सही ढंग से नहीं होने से डामर उखड़ने लगा है और जगह -जगह जानलेवा गड्ढे हो रहे है। ठेकेदार द्वारा सड़क निर्माण कार्य करते समय गुणवत्ता मापदंड का पालन नहीं किया गया है।जिसके चलते पक्की डामरीकरण सड़क दो वर्ष में ही उखड़ने लगा है।
सड़क निर्माण के समय विभाग के अधिकारियों द्वारा अनदेखी की गई।ठेकेदार मनमर्जी से सड़क निर्माण कार्य करवाया है । विभागीय अधिकारियों व ठेकेदार ने शासकीय राशि का उपयोग सही ढंग से नहीं किया है।करोडों रुपये का सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। ग्रामीणों ने प्रशासन से सड़क निर्माण की जांच व दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही तथा सड़क की मरम्मत अतिशीघ्र करने की मांग की है।
इस संबंध में विभाग के ईई आर गर्ग से मोबाईल फोन से सम्पर्क किया गया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।
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