बड़ी कामयाबी : चोरी का खुलासा: चादर गैंग अंतरराज्यीय गिरोह के 7 आरोपी पुलिस शिकंजे में



मोबाइल,लैपटॉप इलेक्ट्रॉनिक समान के दुकानों में चोरी करने वाले घोड़ासहन मोतिहारी का शातीर गैंग 


 भूपेंद्र साहू

 धमतरी। 20 दिसम्बर 2020 को राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित विकास मोबाइल दुकान से 136 नग मोबाइल और अन्य इलेक्ट्रॉनिक समान की 19,48,000 रुपये की चोरी मामले में धमतरी पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है 9 में से 7 आरोपी धर दबोचे गए जिनके कब्जे से 7 मोबाइल बरामद किया गया।

बिहार के मोतिहारी जिला के घोड़ासहन चादर गैंग एवं शटर कटवा गैंग के नाम से मशहूर है। यह गैंग पूरे देश में घूम घूम कर चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं। हाल ही में धमतरी के विकास मोबाइल में चोरी की घटना हुई थी। थाना सिटी कोतवाली में अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 457 380 के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया था ।दुकान के शटर को काटकर और मोड़ कर सुबह चोरी की गई थी। भगवती लाज में लगे सीसीटीवी फुटेज में 9 सदस्य स्पष्ट दिखाई दे रहे थे। फुटेज के आधार पर वारदात के तरीके से बाहरी गैंग की आशंका हुई ।जिले के सभी होटल ढाबा लाज 200 किलोमीटर के सभी जगहों पर सघन स्क्रीनिंग कराई गई जिसमें कोंडागांव से पहला आरोपियों के संबंध में क्लू मिला। तकनीकी टीम के द्वारा आरोपियों के संबंध में साक्ष्य कड़ियों को जोड़ा गया। पुलिस अधीक्षक बीपी राजभानु के निर्देशन पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनीषा ठाकुर के मार्गदर्शन में जांच टीम गठित की गई और इस पर ₹10000 इनाम भी रखा गया। सभी आरोपियों को पूछताछ में कई चौंकाने वाले मिले। गठित टीम की दिन रात मेहनत का नतीजा रहा कि आज नौ में से सात आरोपी धर दबोचे  गए।


प्रमुख बिंदु-

📌 मात्र 9 दिनों के अल्प समय में 7 आरोपी धमतरी पुलिस की गिरफ्त में

📌आरोपियों ने पूरी घटना को केवल 15 मिनट में दिया अंजाम।

📌चोरी के दौरान वे दुकान से DVR भी ले कर चले गए थेजिसे पीडी नाला से बरामद किया गया।



📌सभी सदस्यों का घटना के दौरान मोबाइल बंद था।

📌दुकान के ऊपर स्थित लॉज से प्राप्त फुटेज में गिरोह में 9 सदस्यों का होना पता चला था।

📌उनका वीडियो फुटेज घटना के 20 मिनट बाद बसस्टैंड में भी देखा गया।


📌 तीन सदस्यों का बस में सवार हो कर रायपुर जाना पता चला।

📌 ये सदस्य रायपुर घड़ी चौक में उतर कर कहीं और चले गए। इस संबंध में आगे का फुटेज नही मिल पाया।

📌 कई वीडियो फुटेज और टावर डंप  खंगालने के बाद भी कोई सुराग नही मिल रहा था।

📌 शहर और आस पास के क्षेत्र की सघन चेकिंग होटल लॉज की चेकिंग की गई।


📌 तकनीकी साक्ष्य के अलावा बेसिक पुलिसिंग से भी साइबर सेल और कोतवाली पुलिस को अहम साक्ष्य प्राप्त हुए।

📌 एक ही दिन में सात आरोपियों को अलग अलग जगह से पकड़ा गया।

📌ये गैंग चोरी किये समान को तुरंत ही अन्य सदस्य के माध्यम से नेपाल के बाजार में खपा देते हैं।

📌छत्तीसगढ़ के बड़े शहर राजनांदगांव, दुर्ग, रायपुर में मोबाइल दुकान में चोरी को अंजाम देने के लिए दुकान टारगेट कर चुके थे।

📌 गैंग के सदस्य पूरी तरह से चोरी के लिए प्रशिक्षित है ये कभी साथ मे नही घूमते, अलग अलग ही घूम कर अपने अपने काम को अंजाम देते है। और पूरी रेकी के बाद निर्धारित दिन आपस मे मिलते हैं।

📌अचानक परिवार के एक व्यक्ति की मृत्यु के कारण दो सदस्य वापस चले गए थे। उन दो सदस्यों के मोतिहारी बिहार से वापस आते ही ये गैंग पुनः नई घटना को अंजाम देने वाले थे।

📌 पूछताछ में पता चला कि  विजयनगरम के एक मोबाइल दुकान की रेकी कर दुकान को टारगेट बना चुके थे।

📌 बड़ी सफलता हासिल करते हुए इस गैंग के 9 में से 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।

📌 अलग अलग लॉज में दूर दूर रुकना इनके वारदात का तरीका है।

📌आरोपियों के पास से 89,199 रुपये नगद और 9 मोबाइल सेट पेपर कटर, सब्बल, चादर, जैकेट, बैग, चाबी बरामद हुआ है।

📌घटना के दौरान ये चादर का उपयोग कर शटर के सामने आड़ बनाते है। शटर को थोड़ा काट के ये उसे लिफ्ट करते है । इस कारण इस गैंग को चादर गैंग और शटर कटवा गैंग के नाम से जाना जाता है।

📌आपस में कोड में बात करते है। पुलिस को मास्टर और पेट्रोलिंग वाहन को आते देख चक्का डोलना कहा करते है।

📌खतरे के आभास होने से दोनों हाथ ऊपर कर के इशारा करते थे।

📌 सरगना मालिक कहलाता है। शटर तोड़ने वाले लोग पहलवान, अंदर घुसने वाले लोग प्लेयर कहलाते है।

📌 गैंग का सरगना जिसे ये लोग मालिक कहते है चोरी की पूरी प्लानिंग और अन्य लोगों के काम का विभाजन करता है। साथ ही वह चोरी के समान को तुरंत ठिकाने लगाने के लिए नेपाल के लोगों से संपर्क करता है। 

📌 धमतरी पुलिस ने तत्काल कार्यवाही करते हुए 7 लोगों को गिरफ्तार किया जिससे निकट भविष्य में राज्य में होने वाली अन्य बड़ी चोरी की घटना को रोका जा सका।



पकड़े गए आरोपी-

1.गोविंद चौधरी पिता मिश्रीलाल चौधरी

वार्ड नो 2 धरमपट्टी, राधोपुर, सुपौल, बिहार

2. दिनेश पासवान पिता राजकुमार पासवान

वार्ड नो 2 घोड़ासहन, भगवानपुर, कोटवा, ईस्ट चंपारण

3.भरत भूषण  पवन पिता संकरदास

वार्ड नो 7 , टोले घोड़ासहन, ईस्ट चंपारण

4. योगेंद्र प्रसाद पिता विश्वनाथ प्रसाद

वार्ड नो 05, घोड़ासहन, ईस्ट चंपारण, 

5. रामबाबू राय पिता शंकर राय

वार्ड नो 06 बिजबनी, जितना

6. श्रीराम साह पिता रामेश्वर साह

बरियारपुर, मोतिहारी, ईस्ट चंपारण 

7. राजेश्वर दास पिता स्व बिगू दास 

पकईटोला, घोड़ासहन, ईस्ट चंपारण,



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