मछुवा कल्याण बोर्ड अध्यक्ष एमआर निषाद से सोंढूर जलाशय में मत्स्याखेट के लिये मांग

 

नगरी। एमआर निषाद अध्यक्ष मछुवा कल्याण बोर्ड  के उद्देश्यों के अंतर्गत मछुवारों को शासन की योजनाओं से लाभान्वित करने धमतरी जिले के नगरी सिहावा में मत्स्य समितियों/ समूहों एवं पदाधिकारियों से मुलाकात कर समस्याओं से रूबरू हुए।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कार्यकाल में यह पहली बार है जब मछुवा कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष  सभी जिलों तथा ब्लाकों में दौरा कर मछुवारों के समस्याओं से अवगत हो रहे है। 


 दुगली मछली समिति के अध्यक्ष तथा क्षेत्र के समस्त मछुवा समूहों/ समितयों ने जानकारी दी कि हजारों हेक्टे. में फैले सोंढूर जलाशय वनों से घिरे होने तथा टाइगर रिजर्व घोषित होने के कारण वन विभाग के अधीन है जिससे पंजीकृत समितियों को मछलीपालन करने नहीं दिया जाता।जबकि दूर दराज से सैकड़ों लोग आकर शासन प्रसाशन की आंखों धूल झोंककर मछली मार रहे हैं।अधिकारियों की मिलीभगत से इंकार भी नहीं किया जा सकता। यदि शासन स्तर मे उस जलाशय को मछलीपालन के लिये मछुवारों को पट्टे पर देने की पहल होती है तो उस क्षेत्र के मछुवारों के लिये यह जलाशय जीवनदायिनी साबित होगी।

मत्स्यपालन से सरकार को भी राजस्व की प्राप्ति होगी वहीं मछुवारें भी आत्मनिर्भर होंगे।उक्त जलाशय को मत्स्य आखेट के लिये मछुवारे को दिलाने निषाद समाज धमतरी के युवक युवती परिचय सम्मेलन के मुख्य आतिथ्य मे पहुंचे श्री निषाद को बकायदा अभिनंदन पत्र के साथ मांग भी रखा गया।तत्संबंध मे अध्यक्ष ने  मछुवा समितियों की समस्याओ से अवगत होकर शासन स्तर से समाधान कराने का  आश्वासन दिया है।कार्यक़्रम में श्री निषाद के साथ मत्स्य निरीक्षक मंजू ध्रुव,मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री साहू, हरकराम निषाद मछुवा कांग्रेस,जयराम निषाद तथा क्षेत्रिय पदाधिकारी उपस्थित थे।

    

   


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