मुकेश कश्यप
कुरुद।वर्तमान शिक्षण सत्र में कोरोना के तहत आ रही दिक्कतों को देखते हुए कुरुद में अशासकीय शिक्षण संचालक संघ की बैठक हुई।इस अवसर पर विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई।जिसमें सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित हुआ कि पिछले 8 महीनो से वैश्विक महामारी के प्रभाव के चलते पढाई जो प्रभावित हुई है,उसके चलते पिछले दिनो धमतरी में विभागीय मीटिंग में हुए प्रस्ताव पत्र क्रमांक 6520 के तहत बोर्ड कक्षाओं की विशेष उपचारात्मक कक्षाए लगाने और कक्षाओं की जनरल प्रमोशन न होने की बातों को पालकों तक पहुंचाने ,बच्चों का विभिन्न स्तर पर मूल्यांकन करने ,पालकों को शिक्षण शुल्क के लिये प्रेरित करने और विधालय से उनका सम्पर्क बनाये रखने आदि विषयों पर चर्चा हुईं।
छ.ग स्कूल शिक्षा विभाग के पत्र क्रमांक 787, दिनांक 20 अक्टूबर में यह स्पष्ट किया गया है कि प्रत्येक विद्यार्थीयों की अधिगम उपलब्धि द्वारा विद्यार्थीयों को प्राप्त शिक्षा का आंकलन किया जाना है।ऐसे पालक जिन्होंने अभी तक अपने बच्चो को न तो ऑनलाइन शिक्षण से जोड़ा है,न ही कॉपी में नोट्स बना रहे है,न ही टेस्ट,परीक्षा में सम्मिलित हो रहे है,और न ही असाइनमेंट बना रहे है,उन्हें अंतिम रूप से ये सूचना दी जाए की 15 दिसंबर तक विद्यालय आकर संपर्क करें।सतत मूल्यांकन में सहभागी बने अन्यथा बच्चो का अगली कक्षा में प्रोमोशन संभव नही हो पाएगा।ध्यान न देने की स्थिति में बच्चे के एक वर्ष खराब होने के लिए पालक स्वयं जिम्मेदार होंगें।
बैठक में शुल्क निर्धारण समिति के गठन एवम उसमें SDM की भूमिका,राज्य एवं जिला संगठन से प्राप्त निर्देशों का प्रसारण, सोमवार को संभावित जिला शिक्षा कार्यालय के घेराव और विरोध प्रदर्शन की तैयारी और अध्यक्ष के निर्देशानुसार अन्य विषय पर चर्चा हुई।
इस अवसर पर गोविंद मगर,चूड़ामणि ,कुलेश पटेल,विनोद कुमार साहू,गणेश्वरी चन्द्राकर,हितेंद्र साहू,मनोज केला,मनोज चन्द्राकर,देवलाल यादव,पारखदास मानिकपुरी और राकेश साहू आदि उपस्थित थे।
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