कलेक्टर ने ग्रामीणों से की अपील- समिति में खुद की मेहनत से उपजाए धान ही बेचें
धमतरी 01 दिसम्बर 2020। कुरूद विकासखण्ड के ग्राम कोलियारी (भखारा) में मंगलवार को नवीन धान उपार्जन केन्द्र का विधिवत् शुभारम्भ किया गया, जिसमें कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य सहित वरिष्ठ जनप्रतिनिधिगण शामिल हुए। इस अवसर पर कलेक्टर ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में प्रदेश सरकार हर किसान से धान का एक-एक दाना खरीदने कृत्संकल्पित है और इसके लिए शासन-प्रशासन के द्वारा सभी प्रक्रिया में पूरी तरह पारदर्शिता बरती जाएगी। उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि सरकार की यह नीति तभी सही ढंग से सफल होगी, जब समिति में किसान अपनी मेहनत से उपजाए धान का ही विक्रय करेंगे। किसी अन्य या मध्यस्थ व्यक्ति का धान ना बेचें, जिससे कि इसका अनुचित लाभ ना मिले।
उल्लेखनीय है कि
प्राथमिक सहकारी साख समिति के तहत नवीन धान उपार्जन केन्द्र कोलियारी का
शुभारम्भ किया गया। इस दौरान अतिथियों के द्वारा धान, बारदाना तथा नापतौल
मशीन की पूजा कर इसका उद्घाटन किया। अतिथियों ने सांकेतिक रूप से बारदाने
में धान भी भरा। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य तारिणी चंद्राकर,
नगर पंचायत भखारा की पार्षद संतोषी निषाद, नगर पंचायत भखारा के
पूर्व अध्यक्ष भरत नाहर नीलम चंद्राकर सहित समिति के पदाधिकारीगण तथा क्षेत्र के
जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे। विदित हो कि धान खरीदी केन्द्र कोलियारी के तहत
1153 पंजीकृत कृषक हैं जिनमें 754 सीमांत, 276 लघु तथा 123 दीर्घ किसान
शामिल हैं। इन किसानों के द्वारा 42 हजार क्विंटल धान क्रय करने का लक्ष्य
है।
कलेक्टर ने अछोटा समिति का किया औचक निरीक्षण:- कलेक्टर
जयप्रकाश मौर्य ने दोपहर 12 बजे धमतरी विकासखण्ड के ग्राम अछोटा स्थित
धान उपार्जन केन्द्र का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने केन्द्र में
पहुंचकर समिति प्रबंधक तथा किसानों से चर्चा की। इस दौरान किसानों ने टोकन
वितरण में पारदर्शिता नहीं बरते जाने की बात कही, जिस पर कलेक्टर ने जारी
किए गए टोकन का डिस्प्ले करने के निर्देश नोडल अधिकारी व समिति प्रबंधक को
दिए। उन्होंने किसानों को समझाइश देते हुए कहा कि आज धान खरीदी का पहला दिन
है, आगे सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली जाएंगी। कलेक्टर ने यह भी बताया
कि किसानों को बार-बार कतार में लगने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, क्योंकि रकबा
के अनुसार ही उन्हें तिथिवार अधिकतम तीन बार टोकन जारी किए जाएंगे।
उन्होंने समिति प्रबंधक पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि बार-बार निर्देश
के बाद भी यदि रकबा के अनुसार टोकन जारी नहीं किया गया, तो उन पर सीधी
कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान उन्होंने विभिन्न पंजियों का भी निरीक्षण करते
हुए सभी आवश्यक प्रविष्टि पूर्ण करने के भी निर्देश दिए।
एक टिप्पणी भेजें