नगरी।कुछ दिनों पूर्व ही धमतरी डिवीजन का कमान सम्हाली प्रबन्ध संचालक सतोविशा समाजदार ने प्रदेश के मुख्यमंत्री व वन मंत्री के सपनों को साकार करने का बीड़ा उठाया है।निकल पड़ी है समस्त परिक्षेत्र अंतर्गत प्राथ.वनो.सह.समिति क्षेत्र के न्यूनतम समर्थन मूल्य दर पर 38 वनोपज एवं 14 अतिरिक्त वनोपज के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर क्रय, वनोपज के गुणवत्ता, एवं स्थानीय बाजार के निरीक्षण पर। इसी तारतम्य में नगर के रेस्ट हाउस में सुबह 10 बजे रेंज अफसरों, पोषक अधिकारियों, समिति प्रबन्धको की बैठक लेकर लघु वनोपज के संग्रहण बढ़ाने रणनीति तैयार किया और मार्गदर्शन दिया।
गुरुवार को हुए बैठक में वन मंडल धमतरी की नई डीएफओ व प्रबंध संचालक सातोविशा सामाजदार ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं वनमंत्री मो.अकबर की दो प्राथमिकता है पहला किसान और दूसरा लघु वनोपज का संग्रहण जिसे हमें भी प्राथमिकता देनी है । अधिक से अधिक वनोपज का संग्रहण, प्रसंस्करण कर इस प्रोजेक्ट को बढ़ाना है। प्रबंध संचालक ने गौठान, आवर्ती चराई स्थल में तीखुर, बैचाँदी कंद, लेमन ग्रास लगाने व सफेद मूसली, काली मूसली की पैदावारी पर जोर देते इन स्थलों पर रोपण करने सुझाव दिया।
हाथियों से बचने किए जाएंगे विशेष उपाय
धमतरी वनमंडल क्षेत्र के आसपास कुछ दिनों से जंगली हाथियों का जमावड़ा है। महुआ के सीजन में हाथी इसे अपना ग्रास बनाते है इसलिए आने वाले आशंकाओं से बचने के लिए संग्राहक को महुआ घर में ना रखकर विक्रय करने की अपील की है। विभाग द्वारा इनकी रोकथाम के लिए इलेक्ट्रॉनिक फेंसिंग लगाया जाएगा साथ ही केप्सायसिन का समूचे क्षेत्र में छिड़काव भी किया जाएगा।
बैठक पश्चात इनके द्वारा फरसिंया बाजार का निरक्षण भी किया गया। इस अवसर पर प्रशिक्षु डीएफओ आलोक बाजपेयी, डिप्टी एमडी एफआर कोसरिया, आरओ जीएस परमार, लूणकरण सोम, एआरओ गोपाल वर्मा, श्री ध्रुव, श्री साहू, वनरक्षक त्रिलोचन कश्यप, समिति प्रबंधक राजपुर, अमाली, नगरी, तुमड़ीबहार, फरसिंया उपस्थित थे।
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