जिला दण्डाधिकारी ने कहा कि लाॅकडाउन कोविड 19 से लड़ने का दीर्घकालिक कारगर उपाय नहीं हैं। उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन अवधि में संक्रमण को रोककर अल्पकालीन लाभ प्राप्त कर सकते हैं, किन्तु इसके दीर्घकालिक सामाजिक और आर्थिक परिणाम गंभीर होते हैं, जिसका प्रभाव समाज के सभी वर्गों पर पड़ता है। ज्ञात हो कि 26 अप्रैल तक जिले में लाॅकडाउन है, इस अवधि का उपयोग सभी सामाजिक, व्यवसायिक संगठन इस बता के आत्मचिंतन में लगाएं कि कैसे बिना लाॅकडाउन के सामान्य जीवनयापन किया जा सकता है।
इसके लिए सभी व्यापारी, सामाजिक संगठन, प्रिंट तथा इलेक्ट्राॅनिक मीडिया के साथी रणनीति बनाएं। लाॅकडाउन अवधि में वर्चुवल बैठकें कर लाॅकडाउन के बाद संक्रमण से बचने के व्यवहार परिवर्तन पर चर्चा करें। उन्होंने सभी को संकल्प लेने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचने के सभी उपायों का कड़ाई से पालन करेंगे। लक्षण होने पर जांच कराएंगे, लक्षण को बताएंगे-छुपाएंगे नहीं, बिना भ्रम के टीकाकरण कराएंगे और होम आइसोलेशन का कड़ाई से पालन करेंगे।
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