वन अमला रहा मुस्तैद
नगरी। नाले के पानी में चीतल को देखने के बाद एकबारगी लोगों ने यह सोचा कि गर्मी का मौसम है पानी पीने आया चीतल केनाल में गिर गया होगा पर मामला कुछ और था, किसी ने चीतल का शिकार करने की कोशिश की और बचते शीतल नाला में गिर गया।
नगरी के नगरानाला कहे जाने वाले केनाल में एक चीतल को राहगीरों ने देखा, जिसकी सूचना वन काष्ठागार में पदस्थ कर्मचारियों को दी गई। सूचना मिलते ही पूरा वन अमला प्रशिक्षु डीएफओ आलोक बाजपाई, एसडीओ जयदीप झा, रेजर जीएस परमार, डिप्टी रेंजर गोपाल प्रसाद वर्मा सहित कर्मचारी पहुचे।
चीतल को बचाने के कई जतन किये। पानी से बाहर निकालने पर पता चला कि चीतल के पेट मे बड़ा घाव है। चीतल चोटिल हो गया था और सुस्त भी, जो दौड़ पाने में असक्षम था।जिसे बड़ी मशक्कत से पानी से बाहर निकल गया और उपचार हेतु नगर के फॉरेस्ट केम्पस ले जाया गया। समाचार लिखने तक चीतल अधिकारियों के निगरानी में रहा।
प्रशिक्षु आई एफ एस आलोक बाजपाई ने बताया कि घायल अवस्था में नाला में चीतल गिरा हुआ था जिसे उपचार कर कैंपस में रखा गया है, जंगल में छोड़ा जाएगा।
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