धमतरी। कोरोना संक्रमण काल में शिक्षक उसने ड्यूटी कर रहे हैं ।पढ़ाई बंद होने पर मध्यान भोजन सुखा राशन के साथ-साथ जागरूकता अभियान की भी ड्यूटी लगाई गई है। इस बीच कुरुद क्षेत्र में शिक्षक पर जनप्रतिनिधियों ने ऐसा दुर्व्यवहार किया जिससे शिक्षा जगत में रोष व्याप्त है।
भोथली स्कूल में पदस्थ शिक्षकअभिषेक सिंह पिता प्रवीण सिंह ने कुरुद थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि शंकर नगर कुरूद वार्ड क्र 1 का निवासी हूं तथा ग्राम भोथली प्राथमिक शाला में प्रधान पाठक के पद पर 2009 से पदस्थ हूं। वर्तमान में कोरोना महामारी केत चलते लकडाउन होने से स्कूल में बच्चो का पढाई लिखाई बंद होने तथा बीच बीच में ऑफिस कार्य एवं अन्य कार्य के लिए स्कूल जाता हूं। 21 मई की सुबह 10.00 बजे मै प्राथमिक शाला भोथली राशन पैंकिग तथा शासकीय कार्य हेतु स्कूल गया था तथा सहायक शिक्षक डूमनलाल बंजारे एवं सफाई कर्मचारी कृष्णा यादव स्कूल के कमरा में मध्यान भोजन का चांवल पैंकिग कर रहे थे।
इसी बीच करीबन 12.00 बजे ग्राम भोथली सरपंच धर्मेन्द्र नेताम तथा उपसरपंच क्रांति चन्द्राकर, राकेश दीवान एवं अन्य कुछ लोग कार्यालय में आये और मुझे तुम यहां जब से आये हो तब से बहुत होशियारी मारते हो आज तुम्हें जान से मार डालेंगे कहते हुए मां बहन की अश्लील गाली गलौच कर तीनो एक राय होकर ऑफिस में रखे शासकीय सामानो को ग्राम सरपंच धर्मेन्द्र नेताम द्वारा लकडी के डंडा से तथा उपसरपंच क्रांति चन्द्राकर द्वारा कम्प्यूटर के कीबोर्ड से एवं राकेश दीवान द्वारा लकडी के चेयर से मारपीट करने लगे तथा ऑफिस में रखे कम्यूटर, मनीटर, सीपीयू, टेबल कांच, आदि को तोडफोड कर शासकीय सम्पत्ति को भी क्षति पहुचाये है।
जिससे करीबन 30,000 रूपये की शासकीय सम्पत्ति की क्षति हुई है तथा शासकीय कार्य मे बाधा पहुंचाये है। मारपीट से मेरा सिर, बांए कंधा, पैर मे चोट आकर सिर के बायी ओर से खून निकल रहा है। मेरा सहकर्मी सहायक शिक्षक डूमनलाल बंजारे, नहुश कुमार कुर्रे एवं सफाई कर्मचारी कृष्णा यादव लोग घटना को देखे सुने एवं बीच बचाव किये है।
थाना कुरुद में अभिषेक सिंह की रिपोर्ट पर सरपंच धर्मेंद्र नेताम उप सरपंच क्रांति चंद्राकर और राकेश दीवान के खिलाफ धारा 294 323 34 353 427 506 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर आगे की कार्यवाही की जा रही है।
शिक्षक के साथ मारपीट करना निंदनीय
छत्तीसगढ़ टीचर एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष भूषण चंद्राकर ने कहा कि शिक्षक समाज को समाज के आधार स्तम्भ एवम भविष्य के निर्माता कहा जाता है।इस कोरोना कॉल में भी शिक्षक आइसोलेशन सेंटरों में मरीज के पहचान व जनजागरूकता कार्यक्रमों में अपनी ड्यूटी के निष्पादन कर रहा है। शासन द्वारा न तो उन्हें कोरोना वॉरियर का दर्जा मिला है न ही बीमा कव्हर औऱ कोई सुविधा।ऐसे में मध्यान्ह भोजन के सूखा रासन वितरण मेंअपनी ड्यूटी पर कार्यरत शिक्षक के ऊपर जनप्रतिनिधियों द्वारा मारपीट करना सर्वथा निंदनीय है छत्तीसगढ़ टीचर्स एशोसिएशन जिला धमतरी ऐसे घटना की कड़ी निंदा करती है।
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