राशन के लिए पड़े लाले, कोरोनाकाल के कठिन दौर में पैदल काटे चक्कर
धमतरी।मजदूरी के भरोसे गुजारा करने बुजुर्ग दंपति को करीब दो वर्ष बीत जाने के बाद भी मेहनताना नहीं मिलने से आर्थिक परेशानी होने लगी है ।गुजारा के लिए दिक्कत होने लगा है।जिसकी मांग करते तकरीबन दो वर्ष बीत चुका है लेकिन आज भी अपने खुद के पैसे को पाने के लिए रामेश्वर यादव तरस रहा है ।
दरअसल सिहावा इलाके के ग्राम घटुला निवासी रामेश्वर यादव वन विभाग में दो वर्ष पूर्व जंगली पौधों की सफाई का कार्य किया था । जिसका भुगतान उनको अब तक नहीं हो पाया है ।जिसकी कई दफा शिकायत उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारी ,कर्मचारी से कर चुका है लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ हासिल नहीं हुआ।रामेश्वर यादव की पत्नी रामेश्वरी यादव ने बताया कि बीटगॉर्ड द्वारा जंगली कटाई का कार्य पूर्व में कराया गया था । जिसमें उनके पति रामेश्वर यादव ने काम किया था और भी लोगों का भुगतान समय पर हो गया था लेकिन रामेश्वर यादव के खाते उनका पैसा नहीं आया।
जब उसने इस बात की शिकायत विभाग के अधिकारी,कर्मचारी को किया तो बताया कि आपके खाता में कुछ त्रुटि है जिसके कारण आपके खाता में पैसा जमा नहीं हो पा रहा है । जिसके बाद रामेश्वर यादव ने अपने पत्नी रामेश्वरी यादव का खाता नंबर दिया था । जिसके बाद भी उनको अपना मेहनत का पैसा नहीं मिल पाया है ।कोरोनकाल के तकलीफ भरे दौर में भी बुजुर्ग दंपती पैदल 12 किलोमीटर दूर नगरी बैंक जाकर रुपये की आने का इंतजार किया करते थे।लेकिन उनका मजूदरी का पैसा उनके खाते में जमा ही नही कराए गए थे । वहीँ कई बार खाते की फोटो कॉपी भी मंगवाया गया लेकिन आज तक रुपये नहीं मिल सका है । इधर बुजुर्ग दंपति रामेश्वर और रामेश्वरी यादव घर में दोनों रहते है ।मेहनत मजदूरी कर अपना जीवन चला रहे है ।
एक बेटा था वो सात, आठ वर्ष पूर्व छोड़कर कहीं चले गया। अब रामेश्वरी यादव का सेहत भी सही नहीं रहता है । और ऐसे उनके मजदूरी का भुगतान नहीं होने से आर्थिक दिक्कत होने लगी है ।
इस मामले में बिड़गुड़ी रेंजर दीपक गावड़े ने बताया कि यह मेटर उनके आने के पहले का है । जांच करवाता हूँ फिर आगे की कार्रवाई की जाएगी...
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