वतन जायसवाल
रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस की राजनीति में अभी भी उठापठक का दौर जारी है। आलाकमान से मुलाकात के बाद लौटे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बार फिर राग अलापते हुए कहा कि जिस दिन सोनिया जी, राहुल जी कहे मैं पद त्याग दूंगा। किसान के बेटे को मुख्यमंत्री का दायित्व उन्होंने ने ही दिया है।
स्वामी विवेकानंद अंतर्राष्ट्रीय विमानतल में पत्रकारों से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि ढाई-ढाई साल की बात करने वाले प्रदेश में राजनीतिक अस्थिरता लाना चाहते है। सोनिया जी और राहुल जी ने मुझे यह जिम्मेदारी सौंपी है।
वही श्री बघेल के स्वागत के बहाने उनके समर्थकों ने जमकर शक्ति प्रदर्शन किया। "छत्तीसगढ़ अड़ा हुआ है, भूपेश संग खड़ा हुआ है।" के नारे से विमानतल गूंजता रहा।
इस दौरान वरिष्ठ मंत्री रविंद्र चौबे, अमरजीत भगत, कुलदीप जुनेजा समेत तमाम निगम मंडल आयोग के अध्यक्ष और सैंकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने जन्मदिन की रात दिल्ली पहुंचे थे। उनके साथ स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव भी पहुंचे। छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया के साथ वेणुगोपाल से मुलाकात हुई। मंगलवार को राहुल गांधी से मुलाकात के बाद बुधवार को सोनिया गांधी से मुलाकात हुई है। इस बीच विश्वस्त सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि छत्तीसगढ़ सीएम पर हाईकमान का बड़ा फैसला आ सकता है। वह पंजाब और राजस्थान के हालात को देखते हुए कोई रिस्क नहीं लेना चाहते हैं। इस मामले में भूपेश बघेल को मनाया जा सकता है। शायद यही वजह है कि इस बार भूपेश बघेल के लौटने पर एयरपोर्ट में जमकर शक्ति प्रदर्शन हुआ। हालांकि अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं है
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