ग्रामीणों में दहशत का मौहाल
धमतरी/मगरलोड। डूबान क्षेत्र में विचरण करने के बाद दतैल हाथियों का दल अब वापस लौटने लगा है। जिससे इस क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली है। इस बीच यह भी खबर मिली है कि पाहंदा क्षेत्र में तीन हाथी देखे गए हैं। आशंका है कि यह वही हाथी है जो लौटते वक्त गांव में पहुंच गए थे।उस क्षेत्र में फसलों को नुकसान पर जाकर जंगल में लौट गए हैं।
लगभग 25 दिनों तक क्षेत्र में विचरण करने के बाद हाथियों का दल उत्तर सिंगपुर की ओर लौटने लगा है। लगभग 4 अगस्त को 3 दतैल हाथी अरौद क्षेत्र में पहुंचे थे। कुछ दिन बाद उसके पीछे पीछे एक और हाथी आ गया था। कुछ ही दिनों पहले यह हाथी नरहरपुर मुरूमतरा की ओर गए थे जहां से फिर वापस लौट आए। हाथियों की वजह से अरौद क्षेत्र के 9 स्कूलों को 3 दिन बंद भी करना पड़ा था। लोग दहशत में थे और रतजगा कर अपना जीवन यापन कर रहे थे। धमतरी रेंजर महादेव कन्नौजे ने बताया कि चारों दतैल हाथी उत्तर सिंगपुर की ओर लौट गए हैं।
ग्राम पहंदा में तीन नर हाथियों के दल विचरण करते हुए बुधवार सुबह खेतों के फसलों को नुकसान पहुंचाते हुये पुनःजंगल में वापस चले गए। हाथियों के दस्तक से ग्रामीणों में दहशत का मौहाल है। दंतैल हाथियों की सूचना वन विभाग को सरपंच लोमश सिन्हा ने दी । सूचना मिलते ही मोहदी रेंजर पंच राम साहू ,डिप्टी रेंजर डीएस साहू, वनरक्षक प्रताप साहू ,गौतम निषाद, चौकीदार बिसराम, संतोष यादव, मनोज ध्रुव ने गजराज वाहन के साथ मौके पर पहुंचे।
डिप्टी रेंजर डीएस साहू ने बताया कि दंतैल हाथियों के दल ने किसान मोहनू राम सिन्हा ,भीखम सिन्हा ,ओमलाल साहू ,गणेश सिन्हा ,देवनारायण ध्रुव,गया राम अंसवत साहू सहित अनेक किसानों के फसलों को रौंदते हुये कक्ष क्रमांक 115 पनवई जंगल में चले गए। दंतैल हाथी काफी आक्रामक को देखते हुये वन विभाग ने आसपास के गांव धनबुड़ा,झाझरकेरा, देवगांव, बोरसी,भालूचुवा,केवराडीह, बोदलबाहरा में मुनादी लगा कर लोगों जंगल तरफ न जाने की सलाह दी है।वन विभाग की टीम दंतैल हाथियों की सतत निगरानी रखी जा रही है।
एक टिप्पणी भेजें