प्रशासन ने नदी तट के गांवो को किया अलर्ट
पवन निषाद
मगरलोड। दो दिन से हो रही तेज मूसलाधार बारिश से त्रिवेणी संगम उफान पर है।त्रिवेणी संगम के मध्य में स्थित भगवान श्री कुलेश्वरनाथ महादेव मंदिर का पूरा परिसर चारो ओर से पानी से घिर गया है।बाढ़ का पानी मंदिर के चबूतरे तक आ पहुंचा है। नदी तटीय गांवो को अलर्ट कर दिया है।
बाढ़ के दिनों में लक्ष्मण झूले से नदी के मध्य भगवान भोलेनाथ का दर्शन का सपना अभी भी अधूरा ...
त्रिवेणी संगम के मध्य स्थित प्रसिद्ध पंचमुखी कुलेश्वरनाथ मंदिर पिछले 2 दिनों से हो रही रुक-रुककर बारिश होने से पानी से घिर गया है. जिससे अब श्रद्धालुओं को आसानी से महादेव का दर्शन नहीं होंगे इसके लिए उन्हें इंतजार करने की जरूरत है क्योंकि लक्ष्मण झूला अभी तक पूर्ण नहीं हुआ है काम चल ही रहा है और लोगों को इनके लोकार्पण का इंतजार है। समय-समय पर राजिम व मगरलोड एवं नवापारा शहर के लोग उद्घाटन का बेसब्री से इंतजार कर रहे है।उनकी मांग जनप्रतिनिधियों तक पहुंच भी रही है लेकिन कुछ छिटपुट काम के वजह से इन्हें अभी तक जनता को समर्पित नहीं किया गया है। यदि काम तेजी के साथ होते तो कब का यह बन गया होता और इनका लोकार्पण भी हो गया होता तथा वर्षा काल में आसानी से मंदिर में दर्शन कर पाते।
बहुप्रतीक्षित मांग लक्ष्मण झूला को वर्षा काल से पहले शुरू कराने की हो रही थी इस संबंध में पर्यटकों ने शीघ्र से शीघ्र शुरू कराने की मांग की थी ।उल्लेखनीय है कि इस मंदिर के दर्शन करने के लिए देश-विदेश से लोग हमेशा आते रहते हैं एक बड़ी राशि खर्च कर पर्यटक राजिम पहुंचते हैं और यदि उन्हें बाबा कुलेश्वर नाथ का दर्शन नहीं होता है ।वैसे भी पिछले दो-तीन वर्षों से संगम में बाढ़ का नजारा देखने को नहीं मिला है.लोगों को बेसब्री से बाढ़ का दृश्य का इंतजार है। ऐसी जानकारी प्राप्त हुई है कि सिकासेर बांध से 11000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है वहीं बांध के 17 गेट खोल दिए गए हैं जिससे नदी का जलस्तर बढ़ा है। इस विहंगम दृश्य को देखने के लिए सैलानी राजिम पुल पहुंचने लगे है।
एक टिप्पणी भेजें