धमतरी ।राज्य में पेट्रोल और डीजल की कीमतों को कम करने को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार पर दबाव बढ़ रहा है। विपक्षी दल भाजपा वैट घटाने की मांग कर रही है। इसको लेकर एक बार फिर राजनीति गरमाने लगी है। पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने को लेकर निशाने पर रहने वाली भाजपा अब आक्रामक रुख अख्तियार कर रही है। पिछले दिनों केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क कम करने का निर्णय लिया था उसके बाद कई राज्यों ने भी अपने वैट में कटौती की है। छत्तीसगढ़ सरकार ने अभी तक इस संदर्भ में किसी तरह का निर्णय नहीं लिया है।
भाजयुमो प्रदेश कार्यसमिति सदस्य जय हिंदूजा ने कहा है कि केंद्र की मोदी सरकार ने पेट्रोल पर लागू शुल्क में 5 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर लागू शुल्क में 10 रुपए प्रति लीटर की कटौती कर जनता को बड़ी राहत देने का कार्य किया है,केंद्र सरकार की तरह ही राज्य सरकार को भी पेट्रोल- डीजल के कर में कटौती करनी चाहिए,जिस प्रकार भाजपा शासित राज्यों में केंद्र के अतिरिक्त राज्य सरकार द्वारा भी पेट्रोल डीज़ल के दर में राहत दी गयी है।
उसी प्रकार कांग्रेस शासित प्रदेशों में भी रेट कम कर जनता को राहत देने चाहिए यह जनता की स्वाभाविक अपेक्षा है,कल तक पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि को लेकर हाय तौबा मचाने वाली कांग्रेस पार्टी जब आज स्वयं पर निर्णय लेने की बात आई है तो मुख्यमंत्री ने चुप्पी साध ली है इससे ये साफ है कि उनका मकसद जनता को राहत देना नहीं था, बल्कि सिर्फ राजनीति करना था और राज्य की कांग्रेस सरकार का पेट्रोल डीजल की कीमत घटाने की दिशा में दोहरा चरित्र उजागर हुआ है,आगे श्री हिंदूजा ने बताया कि पेट्रोल डीज़ल में वैट कम करने की मांग को लेकर युवा मोर्चा चरणबद्ध आंदोलन करेगी और जब तक राज्य की भूपेश बघेल सरकार जनता की पॉकेटमारी बंद नहीं करेगी तब तक जनता के हक की लड़ाई युवा मोर्चा लड़ेगी।
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