कोरोना के बाद देश मे पहली बार प्रयागराज में आयोजित किया जा रहा है सेमिनार
इंदौर। कोरोना के नये वैरिएंट के आने के बाद परिस्थितियों में क्या बदलाव आया है? इस दौरान स्वयं को कैसे संभालें? परिवार को कैसे संभालें और समाजहित में कैसे लगे रहें? ये और ऐसे ही अनेक समसामयिक व ज्वलंत सवालों के जवाबों के साथ आयुष चिकित्सकों को इन्दौर के होम्योपैथिक चिकित्सक डाॅ. ए.के. द्विवेदी प्रयागराज में आयोजित सेमिनार में कौशल विकास का हुनर सिखायेंगे।
संजीवनी वेलफेयर सोसायटी प्रयागराज द्वारा 19 दिसंबर को होटल अजय इंटरनेशनल में आयुष चिकित्सकों (आयुर्वेद, योगा, यूनानी, सिद्धा व होम्योपैथी) में चिकित्सकीय कौशल विकसित करने हेतु कोरोना के बाद सम्भवतः देश में पहली बार इस एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें आयुष चिकित्सकों को राष्ट्रीय आयुष गौरव से सम्मान से अलंकृत किया जायेगा। प्रयागराज महापौर अभिलाषा गुप्ता 'नंदी' सम्मान भी प्रदान करेंगी। साथ ही आयुष चिकित्सा प्रणाली में उत्कृष्ट योगदान प्रदान करने वाले चुनिंदा विशिष्ट व्यक्तियों/चिकित्सकों को भूतपूर्व राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी द्वारा संजीवनी प्राइड अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा।
संस्था सचिव श्रवण शुक्ला ने बताया कि आयुष चिकित्सा पद्धति के विकास व विस्तार में ये कार्यशाला मील का पत्थर साबित होगी। इस कार्यशाला में आयुष चिकित्सकों की न केवल चिकित्सा कौशल में वृद्धि होगी बल्कि इस वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति से जुड़े चिकित्सकों को कई नई और अत्यंत उपयोगी जानकारियां भी मिलेंगी। इससे आयुष चिकित्सकों में एक नई ऊर्जा का संचार होगा।
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