सांसद शंकर लालवानी ने बुलवाया इंदौर में स्थायी व अस्थायी रूप से रह रहे उत्तरप्रदेश के नागरिकों का सम्मेलन, विधानसभा चुनावों पर हुई चर्चा

 

उत्तर प्रदेश में केन्द्र की डबल इंजन वाली सरकार ने विकास की नई परिभाषा रची

इन्दौर। व्यक्ति से समाज, समाज से गाँव, गाँव से कस्बा, कस्बे से शहर तथा शहर से देश का निर्माण होता है। इन सबके संगठित व आपसी सामंजस्य से एक सुदृढ़ व विकसित राष्ट्र विकास पथ के शीर्ष आदर्शों को स्थापित करता है। इन सबके असंगठित होते ही आसुरी शक्तियाँ हावी होकर विकास के पथ में बाधा डालती हैं। ‘‘सबका साथ सबका विकास’’ के मूलमंत्र को साकार रूप देते हुए समीक्षात्मक कार्यशैली के आधार पर उत्तर प्रदेश में केन्द्र की डबल इंजन वाली सरकार ने विकास की नई परिभाषा सृजित की है। रविवार  23 जनवरी को जाल सभागृह, इन्दौर में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए इन्दौर सांसद शंकर लालवानी ने उक्त बातें कहीं। 


“सबका साथ और सबका विकास” के मूल मंत्र से समाज के सभी वर्गों को जोड़कर भारत के लिए स्वर्णिम भविष्य और विकास की गाथा लिखी जा रही है। चुनावी समय में देश को बाँटकर विघटन की ओर ले जाने वाली शक्तियाँ आपस में मिलकर दुगने जोर-शोर से सक्रिय हो जाती हैं। ऐसी सभी शक्तियों का षड्यंत्र उजागर करने और उनके इस षड्यंत्र को विफल करने के उद्देश्य से इंदौर में स्थायी व अस्थायी रूप से रह रहे उत्तरप्रदेश के नागरिकों ने सांसद  शंकर लालवानी के नेतृत्व में सम्मेलन आयोजित किया। 


कार्यक्रम के प्रमुख वक्ता डॉ. निशांत खरे ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि चुनाव के समय लोग जाति धर्म के नाम पर समाज को बाँटने का प्रयास करते हैं यह विघटनकारी लोग समाज को बहुत नुकसान पहुँचा रहे हैं। इसे दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि जहाँ राजनीति का आधार शिक्षा, वैज्ञानिक सोच, बराबरी का दर्जा और जन कल्याण होना चाहिए था, वहीं कुछ क्षेत्रीय राजनीतिक दलों द्वारा धार्मिक, जातीय, साम्प्रदायिकता तथा क्षेत्रीयता के आधार पर समाज को विघटित करने का प्रयास कर रहे हैं। अपने हितों को साधते हुए समाज को विघटित करने वाले इन राजनीतिक दलों को सबक सिखाने का अब समय आ गया है। 



कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ. ए.के. द्विवेदी ने कहा कि पिछले 5 साल से उत्तर प्रदेश में विकास की परिभाषा ही बदल गई है। लोग जहाँ रोजगार की तलाश व उदरपोषण के लिए अन्य राज्यों में पलायन होने को मजबूर होते थे, वहीं अब उत्तर प्रदेश के लोग नये रोजगार का सृजन कर युवाओं को रोजगार देने के साथ ही देश सहित विदेशी कम्पनियों के निवेश के लिए आकर्षण का प्रमुख केन्द्र बन गया है। डाॅ. द्विवेदी ने कहा कि, विकास के मूलभूत तत्वों में सड़क-परिवहन, पानी, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा व सार्वजनिक सुविधाओं का इजाफा पिछले पाँच सालों में हुआ है। उत्कृष्ट चिकित्सा तथा चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने के लिए एम्स जैसे चिकित्सकीय संस्थानों सहित आयुष विश्वविद्यालय की स्थापना की जा रहा है। प्रदेशवासियों के लिए यह सुखद समाचार है।  


कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. पी.एन. मिश्र ने और आभार दीपक उपाध्याय ने व्यक्त किया।

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