भूपेंद्र साहू
धमतरी।अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वरिष्ठ वायुमंडलीय वैज्ञानिक डॉ लोकेश साहू अल्प प्रवास पर अपने गृह ग्राम पोटियाडीह पहुंचे हुए हैं। बुधवार को धमतरी पहुंचकर पत्रकारों से चर्चा की और नासा, इसरो, जलवायु परिवर्तन सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई।
डॉ लोकेश साहू का कहना है कि विज्ञान का काम समाज और लोगों के काम को सुगम बनाना है ।वैज्ञानिक डॉ लोकेश साहू ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि उनका मुख्य विषय ओजोन है जिस पर वे शोध कर रहे हैं। ओज़ोन का दुष्प्रभाव आम जीवन पर पड़ सकता है। प्रदूषण भारत ही नहीं बल्कि विश्व स्तर पर है जिसका निदान वैज्ञानिक ढूंढ रहे हैं। वह जापान सरकार के अधीन रहकर लगातार 5 वर्षों तक इस क्षेत्र में काम किए जिसके कारण उन्हें अवार्ड भी मिला है। उन्हें लगातार शोध करने के कारण उन्हें नासा जाने का मौका मिला।
उन्होंने आगे कहा कि वायुमंडल ही नहीं बल्कि अब तो समुद्र में भी प्रदूषण बढ़ गया है जिस पर शोध जारी है। उन्होंने ओजोन कहाँ से आता है इस पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वायुमंडल से अब धीरे-धीरे पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है जो आगे चलकर मानव जीवन को खतरा पहुंचा सकता है जिसका मानव के फेफड़े में असर पड़ सकता है। डॉ लोकेश साहू ने आगे कहा कि ऑक्सीजन, कार्बन डाइऑक्साइड मिलकर ओजोन बना रही है जो फसल पर भी प्रभाव डाल सकता है।
युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि विज्ञान के क्षेत्र में सामने आए अपने दृष्टिकोण को बदलें।विज्ञान केवल नौकरी के लिए नहीं बल्कि समाज के हित के लिए भी जरूरी है। उन्होंने विक्रम सराभाई वैज्ञानिक को अपना गुरु बताते हुए कहा कि उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला ओजोन दिवस पर स्कूल कॉलेज में भी इसकी जानकारी बताया जाना चाहिए ताकि लोगों को पता चल सके कि यह क्या है।
डॉ लोकेश साहू शुरू से ही एक होनहार छात्र रहे हैं जिन्होंने साइंस विषय को मुख्य विषय चुना । उन्होंने बताया कि जलवायु परिवर्तन एक बहुत बड़ी समस्या है जिसके लिए वैज्ञानिक सरकार निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने चर्चा के दौरान यह भी बताया कि कई वैज्ञानिकों का जीवन खतरे में रहता है जिसके सुरक्षा के लिए सरकार कटिबद्ध है।
इस दौरान प्रखर समाचार के प्रधान संपादक दीपक लखोटिया, चिटौद मिडिल स्कूल के प्रधान पाठक काशीरम साहू आदि मौजूद थे
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