राजिम माघी पुन्नी मेला में पहले दिन दर्शकों की रही भारी भीड़

 


पवन निषाद

मगरलोड। राजिम माघी पुन्नी मेला का शुभारंभ 16 फरवरी को हुआ, जो 1 मार्च महाशिवरात्रि तक चलेगा। मेला के प्रथम दिन मेला स्थल में भारी भीड नज़र आई। पुण्य स्नान पर्व होने के कारण सभी अपने परिवार सहित दूर-दराज से दो पहिया व चार पहिया वाहनों से मेला घूमने आये थे। सुबह भगवान श्री कुलेश्वरनाथ महादेव मंदिर में दर्शनार्थियों कि लम्बी कतारें रही। वहीं श्री राजीव लोचन भगवान का जन्मोत्सव होने के कारण भगवान के दर्शन लेने भक्तगण मंदिर प्रांगण में पहुँचे।


 प्रातः स्नान, ध्यान, पूजन, अर्चन के बाद मुख्य सांस्कृतिक मंच के बाजू मे बनेे विशाल डोम में विश्राम करने के बाद रेत पर छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध कलाकारों के लिए बने द्वितीय सांस्कृतिक मंच पर प्रातः 11 बजे से संध्या 5 बजे तक छत्तीसगढ़ की माटी की महक बिखेरती लोक संस्कृति की झांकी प्रस्तुत करते हुए सुआ, कर्मा, ददरीया, राऊत नाचा, पंडवानी और मानस प्रसंग की झमाझम प्रस्तुति को देखने के लिए दर्शकों की भारी भीड रही। मेले में मुख्य आकर्षण के रूप में मीना बाजार में रंग बिरंगे झूले खिलौनें, चाट, पानीपूरी के ठेले, कपडे, मिठाई आदि के दुकानों में अपने मन पसंद सामानों को खरीदने के लिए बच्चों के साथ उनके परिजन सभी दुकानों में अधिक संख्या में दिखे। मेलार्थी संध्या कालिन सांस्कृतिक कार्यक्रम को देखने के लिए मुख्य मंच के पास कार्यक्रम का अंत तक आनंद लेते रहे।

 मेला में सबसे अधिक आकर्षण का विषय लक्ष्मण झूला रहा, जो मन में कौतुहलता को जन्म देती है। इसमें बहुत ही आकर्षक ढंग से जगमगाती झालरों से सजाया गया है, जो रात में ब्रम्हाण्ड में टिम-टिमाते तारों की तरह नजर आते है जिसे मेलार्थी एकटक देखते रह गये। भीड़ को नियंत्रित करने पुलिस विभाग द्वारा चाक चैबंध व्यवस्था की गई है। पुलिस कन्ट्रोल रूम से लगातार एलाउन्स कर लोगों को सतर्क एवं सचेत किया जा रहा हैै। कोरोना गाईड लाईन का पालन करने, अपने समानों की सुरक्षा करने और बच्चों को सम्हाल कर रखने की हिदायत दी जा रही है।



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