मुकेश कश्यप
कुरुद।बच्चों के शैक्षिक स्तर को बढाने हेतु शासन स्तर पर कई प्रयास किये गए हैं।समय-समय पर शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण का आयोजन भी किया जाता है ताकि बच्चों के सीखने सिखाने का स्तर बढ़े। मुस्कान पुस्तकालय योजना भी इसी तरह के कार्य का एक अहम हिस्सा है। शासन द्वारा जिले के प्राथमिक एवम माध्यमिक विद्यालयों में पुस्तकें प्रदान कर मुस्कान पुस्तकालय का संचालन करते हुए विविध गतिविधियों के आयोजन का निर्देश विद्यालयों को दिया गया था। इस बात को ध्यान में रखकर शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय करगा कुरूद में मुस्कान पुस्तकालय में उपलब्ध 445 पुस्तकों का सदुपयोग 167 बच्चों को सिखाने के लिए किया जा रहा है। शिक्षिका कौसर जॉन इस कार्यक्रम का बखूबी संचालन कर रही हैं।
पुस्तकालय का उपयोग किस तरह से करना है इस हेतु उन्होंने बच्चों को ही जिम्मेदारी सौंप दी है। बच्चे बारी बारी से नेतृत्व करते हुए पुस्तकालय का संचालन करते हैं। पुस्तक वितरण, रजिस्टर का संधारण बच्चे ही करते हैं। समूह में गतिविधि, समूह शिक्षण,पीयर लर्निंग,ग्रुप डिस्कशन कर बच्चे न केवल अपने को व्यस्त रखते हैं अपितु एक दूसरे को सीखने सिखाने में भी मदद करते है। बच्चों को ज्यादा से ज्यादा गतिविधि आधारित शिक्षण कराने से यहां का वातावरण भय मुक्त है। बच्चे बिना झिझक के शिक्षकों से न केवल सवाल करते हैं अपितु सीखी हुई बातों को बताते भी हैं। यहां कहानी का वाचन कराकर उस पर चर्चा कराई जाती है। पुस्तकालय का उपयोग प्रतिदिन उनकी रुचि एवम समय के अनुरूप किया जाता है।विषय पुस्तक का भय समाप्त कर अंग्रेजी एवम हिंदी पर यहां विशेष जोर दिया जाता है जो किसी भी विषय के लिए जरूरी है।पाठ्य पुस्तक के अतिरिक्त पुस्तक पढ़ने की आदत के लिए सभी तरह की पुस्तकें दी जाती है। इसी तरह से वर्ल्ड बिल्डिंग गेम से खेल के जरिये डिक्शनरी का उपयोग करना सिखाया जाता है। यहां के बच्चे किसी से भी बात करने में जरा भी नहीं हिचकते। इस तरह से करगा माध्यमिक स्कूल का पुस्तकालय देखने लायक है।
बच्चों के द्वारा कई तरह के टी एल एम का निर्माण भी किया गया है। पुस्तकालय प्रिंट रिच वातावरण से परिपूर्ण है जहां हर बच्चे को सीखने का अवसर मिलता है। विद्यालय की हर शिक्षण गतिविधि में बच्चों की सक्रिय भागीदारी होने के कारण बच्चों का शैक्षिक स्तर अच्छा है। कक्षा संचालन के समय हर बच्चे को अवसर देने हेतु सवाल जवाब ,अनुभव कथन को कक्षा में स्थान दिया जाता है। यहाँ कुल 167बच्चे अध्ययनरत हैं जिनमें ज्यादातर बच्चे बी ग्रेड में है।कुछ बच्चे सी एवम डी ग्रेड में भी हैं जिन्हें ऊपर ग्रेड में लाने की पुरजोर कोशिश हो रही है। बच्चे भी पूरी सक्रियता से आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं।इस तरह से यह विद्यालय अन्य विद्यालय से हटकर है। इस विद्यालय की गतिविधि एवम शैक्षिक स्तर को ध्यान में रखकर अभी राज्य स्तर पर आयोजित प्रदर्शनी में इस विद्यालय को स्थान दिया गया था। शिक्षिका कौसर जान ने मुस्कान पुस्तकालय का उपयोग ,निर्मित टी एल एम ,एवम बच्चों के लर्निंग आउटकम में आये बदलाव को राज्य स्तर की प्रदर्शनी में बखूबी रखा जिसकी सराहना राज्य स्तर के अधिकारी एवम शिक्षा मंत्री ने भी की। निश्चित ही मुस्कान पुस्तकालय के माध्यम से यह स्कूल बच्चों के चेहरे पर मुस्कान बिखेर रहा है। इस कार्य में कुरूद बी ई ओ कोया, विकासखण्ड स्रोत समन्वयक राजेश पांडेय एवम डाइट के प्राचार्य डॉ वी पी चंद्रा एवम अन्य संकाय सदस्यों का मार्गदर्शन सतत मिल रहा है। आने वाले दिनों में इस तरह के कार्यक्रम का विस्तार अन्य विद्यालयों में करने की दिशा में योजना का निर्माण विकासखण्ड स्रोत समन्वयक एवं डाईट द्वारा किया जा रहा है।
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