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खरीदी केंद्रों में रहा जीरो परसेंट शॉर्टेज
धमतरी। खरीफ विपणन वर्ष 2021–22 में धमतरी जिले में चार लाख 31 हजार 397 मीट्रिक टन धान की खरीदी किसानों से समर्थन मूल्य पर की गई। कलेक्टर पी.एस.एल्मा के कुशल मार्गदर्शन में आज की स्थिति में सभी 96 उपार्जन केन्द्रों से शत-प्रतिशत धान का उठाव कर लिया गया है। इसके साथ ही उपार्जन केन्द्रों से उठाए गए पूरे धान की मिलर्स ने कस्टम मिलिंग भी कर ली।
ज्ञात हो कि ज़िले में कुशल प्रबंधन और कलेक्टर द्वारा सतत मॉनिटरिंग की वजह से सभी खरीदी केंद्रों में ज़ीरो परसेंट धान का शॉर्टेज हुआ जो अपने आप में उल्लेखनीय है। इतना ही नहीं, बल्कि जिले के मिलर्स ने अब तक अन्य सात जिलों के एक लाख 60 हजार मीट्रिक टन धान का भी उठाव कर लिया है। देखा जाए तो इस तरह से धमतरी एक ऐसा जिला है, जहां अधिक धान खरीदी वाले जिलों में सबसे पहले यहां शत-प्रतिशत धान का उठाव समितियों से किया गया। इससे एक तरह से राज्य शासन को लगभग पांच करोड़ रूपए की बचत हुई है। यह धान के परिवहन, सूखत, संग्रहण केन्द्रों में यदि धान रखा जाता तो उसकी सुरक्षा, रख-रखाव, बिजली, मजदूरी इत्यादि में लगने वाले पैसों की बचत है।
खाद्य अधिकारी बी.के.कोर्राम ने बताया कि खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में 96 उपार्जन केन्द्रों के जरिए एक लाख 12 हजार 227 पंजीकृत किसानों से आठ अरब 39 करोड़ 28 लाख 60 हजार रूपए के समर्थन मूल्य पर चार लाख 31 हजार 397 मीट्रिक टन धान एक दिसम्बर 2021 से 07 जनवरी 2022 तक खरीदा गया। जिले के 200 पंजीकृत मिलर्स ने सीधे खरीदी केन्द्रों से धान का उठाव किया है। इसके अलावा जिले के मिलर्स महासमुंद, बालोद, कांकेर, राजनांदगांव, गरियाबंद, बेमेतरा और रायपुर जिले से अब तक एक लाख 60 हजार मीट्रिक टन धान का उठाव कर चुके हैं। इन मिलर्स द्वारा अन्य ज़िलों के धान की मिलिंग भी की जा रही है।
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