महासमुंद। नशे में विवाद करते लोगों को शांत कराने पहुंचे ए.एस.आई. अचानक गिर कर बेहोश हो गए। उन्हें तत्काल निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां देर रात डॉक्टर ने उनके निधन की पुष्टि की।
साइबर सेल में पदस्थ ए.एस.आई विकास शर्मा 41 वर्ष शनिवार रात भोजन के पश्चात टहलने निकले थे। इसी बीच उन्होंने देखा की दो शराबी झगड़ रहे थे तो वे उन्हें समझाने गए थे और अचानक बेहोश हो कर गिर पड़े। उन्हें तुरंत निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया। जहां उपचार के दौरान उनका निधन हो गया। डॉ. विमल चोपड़ा ने रात सवा 11 बजे उनके निधन की पुष्टि की।
पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला ने इस बात की पुष्टि की है कि ए. एस.आई. विकास शर्मा के शरीर पर किसी तरह के चोट के निशान नहीं हैं। अब पोस्टमार्टम के बाद ही पता चल पाएगा कि आखिर मौत के पीछे वजह क्या है। कोतवाली थाना पुलिस केस दर्ज कर संदेहियों और प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की जा रही है।
बता दें कि महासमुंद निवासी 41 वर्षीय विकास शर्मा छात्र जीवन से बॉक्सिंग के खिलाड़ी रहे। उन्होंने अपने बेहतर खेल से कई मेडल अपने नाम किया। पुलिस विभाग में आरक्षक के रूप में भर्ती पर प्रशिक्षण केंद्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन से उन्हें प्रधान आरक्षक की पदोन्नति मिली। बाद से वे क्राइम ब्रांच, साइबर सेल में सेवा देते रहे।
कार्य के प्रति झुझारू और कर्मठ विकास को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन मिला था। एक टास्क में खुद व एक सिपाही व एक नगर सैनिक के साथ दिल्ली जाकर चिटफंड कंपनी एचबीएन के डायरेक्टर अमरिंदर सिंह को दिल्ली से पकड़कर लाया था। तब तत्कालीन आइजी रायपुर रेंज जीपी सिंह ने विकास सहित तीन जवानों को इस मामले में विशेष पारितोषिक देकर पदोन्नति दी। बाद विकास एएसआइ पद पर सेवा देते रहे। विकास स्नेक कैचर के रूप में भी ख्यात रहे। लोगों के घरों में निकले विषैले सांप को आसानी से पकड़कर जंगल छोड़ने में विकास को महारथ थी। ऐसा कर उन्होंने कई लोगों की सहायता की है।
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