जापान में मॉडल होगा शामिल
भूपेंद्र साहू
धमतरी।महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए छात्रा ने सेफ्टी डिवाइस बनाया है। जिसमे जूती में लगे करंट से लोगों को दूर कर सकती है। साथ ही पास में रखे पर्स में भी सायरन के द्वारा चौंकाया जा सकता है।इससे महिला छेड़छाड़ करने वालों से बच सकती है।
डॉ अंबेडकर वार्ड निवासी सिद्धि पांडे पिता नीरज पांडे ने सोच कि लड़कियों, महिलाओं की सुरक्षा के लिए ऐसा उपकरण बनाया जाए जो हर समय उसका उपयोग करती है। ऐसे ही उसने जूती में सर्किट और बैटरी लगाकर सुरक्षा उपकरण बनाया।दूसरा साथ में रखे पर्स में सायरन और जीपीएस लोकेटर लगा दिया। दोनों से बहुत हद तक लड़कियां महिलाएं सुरक्षित हो सकती है।
महिलाओं की सुरक्षा के लिए कारगर उपाय
सिद्धि पांडे ने बताया कि जब वह नूतन स्कूल की छात्रा थी तब लड़कियों और महिलाओं की सुरक्षा के लिए विचार आया। धीरे-धीरे इस विचार को उन्होंने प्रयोगकर परिणित किया। क्लास टीचर के मार्गदर्शन में जूती मॉस्किटो रैकेट का सर्किट और बैटरी लगाकर एक ऐसा उपकरण बनाया तो सामने वाले को छूने पर करंट लगता है,जिससे वह बच सकती है। दूसरा लड़कियां महिलाएं हमेशा अपने साथ पर्स रखती है।जब कोई व्यक्ति हमला करता है तो मुंह दबा देता है।बनाये उपकरण युक्त पर्स का बटन दबा देगी जिससे सायरन बजने से अपराधी खड़ा होगा। बताया कि जूती बनाने में लगभग 700रु का खर्च आता है। 12वीं में थी तब उसका इंस्पायर मॉडल के तहत दुर्ग से होते हुए राष्ट्रीय स्तर पर दिल्ली पहुंचा। जहां अवार्ड मिला और मॉडल जापान के लिए चयनित हुआ।कोरोना होने की वजह से अभी नहीं जा पाई है।सिद्धी ने बताया कि यदि कोई कंपनी उसके आईडिया को लेती है तो जरूर देना चाहेगी और जूती के निर्माण में सहयोग करेगी,ताकि लोगों को एक नया उपकरण उपलब्ध हो सके। उन्होंने बताया कि भविष्य में जूती में ऐसा डिवाइस लगाएगी जो चलने पर चार्जिंग हो, बार बार चार्ज करने की जरूरत ना पड़े।पर्स में जीपीएस लोकेटर भी रहता है जिसका कनेक्शन घर के मोबाईल से जुड़ा रहता है, ताकि पालक बेटी का सही लोकेशन ले सकें।
नीरज पांडे ने बताया कि उसके इस सफलता पर गर्व है और बेटी को सुरक्षा की जरूरत होती है इसका उपयोग कर सकती हैं। जापान से बुलावा का इंतजार है।
दिल्ली विश्वविद्यालय इलेक्ट्रॉनिक विज्ञान विभाग की प्रोफेसर मृदुला गुप्ता ने कहा कि धमतरी छत्तीसगढ़ की छात्रा ने जो डिवाइस बनाया है वह बहुत उपयोगी साबित होगा इससे महिलाएं सुरक्षित रह सकेंगी।
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