जिला अस्पताल में डायलिसिस की सुविधा बहुत जल्द, अगले सप्ताह से स्थापना की शुरू हो जाएगी प्रक्रिया

 


भूपेंद्र साहू

धमतरी।किडनी शरीर के सबसे जरूरी अंगों में से एक है अगर किडनी ना हो तो व्यक्ति जीवित नहीं रह सकता है ऐसे में  कई बार जीवनशैली में परिवर्तन और अनुवांशिकता के कारण कुछ लोगों की किडनियां खराब हो जाती हैं जिसे हम किडनी फेल होना कहते हैं, ऐसी स्थिति में किडनी को  जीवित रखने के लिए डायलिसिस का सहारा लिया जाता है। डायलिसिस के द्वारा किडनी के खराबी के कारण शरीर में जमा हुए खराब उत्पादों और अधिक पानी को बाहर निकाला जाता है। डायलिसिस की वजह से लोगों को आर्थिक बोझ का सामना करना पड़ता है। अब सरकार की पहल पर धमतरी जिला अस्पताल में डायलिसिस सेंटर स्थापित होने जा रहा है, जिससे लोगों को निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा मिलेगी।


जिला अस्पताल में डायलिसिस सुविधा पीपीपी मोड पर होने वाली है। इसकी स्थापना के लिए एस्काग संजीवनी कंपनी के दो अधिकारी बुधवार को जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने स्थापित होने वाले वार्ड का निरीक्षण कर जायजा लिया। परिसर में बनाए गए वृद्ध जन वार्ड में 4 बेड का डायलिसिस सेंटर स्थापित किया जाएगा। एस्काग संजीवनी कंपनी के अजय कुमार सिंह और प्रदिप्त डे ने बताया कि अगले सप्ताह से जिला अस्पताल में कंपनी की ओर से डायलिसिस मशीन स्थापित जाएगी। इस प्रक्रिया में लगभग 45 दिन लगेंगे। जून माह के अंतिम सप्ताह में डायलिसिस सेंटर शुरू हो जाएगा। इसमें स्टाफ कंपनी की ओर से रहेगा। जिसमें दो टेक्निशियन, सफाई कर्मचारी और एक डॉक्टर कंपनी की ओर से उपलब्ध रहेंगे। बैकअप के लिए जिला अस्पताल के एक स्पेशलिस्ट और एक मेडिकल स्पेशलिस्ट होंगे।


पूरी सुविधा निःशुल्क होगी

 अजय कुमार सिंग ने बताया कि डायलिसिस की सुविधा पूरी तरह निःशुल्क होगी जिसमें आयुष्मान कार्ड की भी जरूरत नहीं होगी, सिर्फ जिला चिकित्सालय के डॉक्टरों की सलाह पर डायलिसिस किया जाएगा। वर्तमान में 4 वार्ड स्थापित किया जाएगा। एक अतिरिक्त बेड रिजर्व में रखा जाएगा। इसका मेंटेनेंस सफाई,सैनिटाइजेशन सारी चीजें कंपनी की ओर से रहेगी। उन्होंने बताया कि अमूमन एक डायलिसिस में निजी अस्पताल में 2600 रु का खर्च आता है और व्यक्ति को कम से कम 1 सप्ताह में दो बार डायलिसिस की जरूरत पड़ जाती है। उसके पैसे की बचत जिला अस्पताल में करवाने पर हो जाएगी। निरीक्षण के दौरान सिविल सर्जन डॉ यू एल कौशिक, डीपीएम राजीव बघेल, अस्पताल सलाहकार डॉ राकेश थापा भी मौजूद थे।




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