धमतरी।जिले के कुछ राईस मिलों द्वारा भारतीय खाद्य निगम एवं नागरिक आपूर्ति निगम में चावल जमा करने में रूचि नहीं लेने की वजह से खाद्य विभाग द्वारा कार्रवाई की गई। खाद्य अधिकारी ने बताया कि कलेक्टर पी.एस.एल्मा के निर्देशानुसार 12 एवं 13 जुलाई को परमेश्वरी राईस इण्डस्ट्रीज आमदी से 22.40 मीट्रिक टन धान और श्री किशन कन्हैया राईस इण्डस्ट्रीज सेहराडबरी से 26.80 मीट्रिक टन धान जप्त किया गया। साथ ही फर्मों द्वारा मासिक जानकारी एवं त्रैमासिक विवरणियां प्रस्तुत नहीं करने और स्टॉक का सही संधारण नहीं करने पर कार्रवाई की गई। छत्तीसगढ़ कस्टम मिलिंग चावल उपार्जन आदेश-2016 की कंडिकाओं का उल्लंघन करने के कारण परमेश्वरी राईस इण्डस्ट्रीज आमदी के प्रोपराइटर विजीत लाट और श्री किशन कन्हैया राईस इण्डस्ट्रीज सेहराडबरी के पार्टनर नंदकिशोर राठी से धान जप्त कर प्रकरण न्यायालय में प्रस्तुत किया गया है।
गौरतलब है कि खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में जिले में उपार्जित चार लाख 31 हजार 397 मीट्रिक टन धान के निराकरण के लिए जिले के 206 राईस मिलों को पंजीकृत किया गया है। इनके द्वारा 12 जुलाई तक स्वयं के जिले और अन्य जिलों गरियाबंद, बालोद, कांकेर, महासमुंद, राजनांदगांव, बेमेतरा, रायपुर, बस्तर तथा कोण्डागांव जिले से आठ लाख 36 हजार 577 मीट्रिक टन धान का उठाव किया गया। कस्टम मिलिंग के बाद कुल चार लाख 64 हजार 351 मीट्रिक टन चावल जमा किया गया है। इनमें तीन लाख 22 हजार 456 मीट्रिक टन भारतीय खाद्य निगम और एक लाख 41 हजार 895 मीट्रिक टन चावल नागरिक आपूर्ति निगम में जमा किया गया है।
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