धमतरी। विधायक रंजना डीपेंद्र साहू ने राष्ट्रपति पर किए गए टिप्पणी की निंदा करते हुए कहा कि कांग्रेस ने आखिर यह साबित कर दिया कि वह आदिवासी विरोधी एवं महिला विरोधी है। देश के 75 साल के इतिहास में यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन पार्टी ने जनजातीय समाज की गौरव श्रीमती मुर्मू को भारत देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर आसीन करवाएं और आज उन्हीं पर अपमानजनक शब्दों का बोलना कांग्रेस की निचता को प्रदर्शित करती है। देश के सर्वोच्च प्रथम नागरिक राष्ट्रपति को कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी द्वारा राष्ट्रपत्नि कहना भारत देश को अपमानित करना है।
विधायक ने आगे कहा कि राष्ट्रपति मुर्मू जी का अपमान पूरे नारी शक्ति का अपमान हैं, पूरे भारत देश का अपमान है यह चूक नहीं अवहेलना है नारी समाज की, एक गरीब परिवार की बेटी उच्चपद पर आसीन हुई यह महिला विरोधी कांग्रेस सरकार को कांटे की तरह चुभ रही है। राष्ट्रपति जी पर कांग्रेस की टिप्पणी, देश के सर्वोच्च पद का, जनजातीय समाज का और लोकतंत्र पर विश्वास करने वाली जनता का अपमान है। कांग्रेस के नेताओं के मन में आदिवासी समाज के प्रति कोई सम्मान नहीं है। श्रीमती मुर्मू की मान-सम्मान को ठेस पहुंचाना, पूरे भारत देश के गौरव को आघात करने के समान है। कांग्रेस आदिवासियों को सिर्फ वोटबैंक का जरिया मानती है।
देश की प्रथम जनजातीय महिला राष्ट्रपति जो अभी अभी राष्ट्रपति पद पर आसीन हुई है और उस पर अधीर रंजन चौधरी द्वारा असभ्य बोल बयां करना महिला शक्ति पर कुठार मारने कि तरह है, उनकी सोच कांग्रेसी शिष्टाचार व उसके अनुशासन की पोल खोल रहा है। कांग्रेस ने सोनिया जी की अध्यक्षता में देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर आसीन जनजातीय महिलाशक्ति का अनादर और उनकी गरिमा पर प्रहार करके संविधान को चोट पहुंचाने का काम किया है, इसके लिए विलंब किये बिना कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी देश एवं आदिवासी समाज से मांफी मांग कर अधीर रंजन चौधरी पर कारवाई करनी चाहिए।
एक टिप्पणी भेजें